Thursday Astrological Remedies: विवाह, संतान एवं आय में व्यवधान आ रहे हैं तो गुरुवार को करें ये 6 सरल उपाय!
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार बृहस्पतिवार का दिन भगवान भगवान विष्णु एवं बृहस्पति देव को समर्पित माना गया है. इस दिन लोग अपने गुरूओं को याद करते हैं, और उनसे ज्ञान, सद्बुद्धि एवं सम्मान के लिए प्रार्थना करते हैं...
Thursday Astrological Remedies: हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार बृहस्पतिवार का दिन भगवान भगवान विष्णु एवं बृहस्पति देव को समर्पित माना गया है. इस दिन लोग अपने गुरूओं को याद करते हैं, और उनसे ज्ञान, सद्बुद्धि एवं सम्मान के लिए प्रार्थना करते हैं. बहुत सारे लोग अपने गुरू को प्रसन्न करने हेतु इस दिन व्रत-पूजा एवं अन्य तमाम उपाय करते हैं, ताकि उनके गुरू की उन पर विशेष कृपा बरसे और समाज में उनका मान-सम्मान बढ़े और कल्याण हो, इसलिए इस दिन को गुरूवार के नाम से भी जाना जाता है. आइये जानें इस दिन का विशेष महात्म्य और इस दिन ऐसा क्या उपाय किया जाए कि जातक के सारे कष्टों का निवारण हो जाए. यह भी पढ़ें: Kanwar Yatra 2023: इस साल प्लास्टिक मुक्त होगी कांवड़ यात्रा
कुंडली में बृहस्पति की स्थिति
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी की कुण्डली में बृहस्पति की स्थिति मजबूत होती है तो वह व्यक्ति अपार बुद्धि एवं सद्गुणों का स्वामी बनता है. उसका सही समय पर विवाह होता है, संतान सुख प्राप्त होता है, और आर्थिक एवं शारीरिक रूप से सशक्त रहता है. इसके विपरीत जिसकी कुंडली में बृहस्पति की स्थिति कमजोर होती है, उसके विवाह, संतान की प्राप्ति, और नौकरी-पेशा में देरी जैसी आर्थिक संकट जैसी समस्याएं बनती हैं. ऐसे में जरूरी है कि अपनी कुंडली में बृहस्पति को अनुकूल बनाने का प्रयास करें. पंडित भगवतप्रसादाचार्य यहां कुछ आसान उपाय बता रहे हैं, जिन्हें करके संकटों से मुक्ति पा सकते हैं.
बृहस्पतिवार को ये उपाय कर सकते हैं
* घर-परिवार में आर्थिक संकट चल रहा है तो गुरूवार को स्नान-ध्यान कर भगवान विष्णु की पूजा करें और निम्न मंत्र का जाप करें
जीवश्चाङ्गिर गोत्रतोत्तरमुखो दीर्घोत्तरा संस्थित: पीतोश्वत्थ समिद्ध सिन्धु जनिश्चापो थ मीनाधिप:।
सूर्येन्दु क्षितिज प्रियो बुध-सितौ शत्रूसमाश्चापरे सप्ताङ्कद्विभव: शुभ: सुरुगुरु: कुर्यात् सदा मङ्गलम्।।
आर्थिक संकट दूर होंगे.
* गुरूवार के दिन नित्य-क्रिया निवृत्त के पश्चात स्नान के जल में चुटकी भर हल्दी मिलएं और स्नान करते हुए निम्न मंत्र का जाप जारी रखें.
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः. इसके पश्चात मस्तक पर केसर का तिलक लगाकर भगवान विष्णु की पूजा करें. इस दिन मांसाहार का प्रयोग नहीं करें.
* अगर विवाह में किसी तरह की रुकावटें आ रही हैं, तो गुरूवार के दिन स्नान-दान के पश्चात व्रत रखते हुए भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए केले के पेड़ की विधि-विधान से पूजा करें. इसी तरह 11 बृहस्पतिवार तक व्रत एवं पूजा करें, विवाह में आ रही बाधाएं दूर होंगी.
* अगर वर्तमान में वित्तीय संकट चल रहे हैं, कोशिशों के बावजूद आय के मार्ग अवरुद्ध हो रहे हैं, तो गुरूवार के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान-ध्यान कर पीले वस्त्र धारण कर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करें. इस दरम्यान विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत का पाठ करें. इससे आय के अवरूद्ध मार्ग खुलेंगे.
* कुंडली में बृहस्पति की स्थिति कमजोर है तो गुरूवार के दिन व्रत रखते हुए स्नान-ध्यान कर नया वस्त्र धारण करें. अपराह्नकाल में सत्यनारायण भगवान की कथा सुनें. बृहस्पति देव को पीला वस्त्र, पीला चंदन, पीला पुष्प, पीला फल और मिष्ठान अर्पित करें. इससे बृहस्पति मजबूत होगा, सारे संकट शीघ्र मिटेंगे.
* गुरूवार के दिन किसी से पैसों का लेन-देन नहीं करें. ऐसा करने से बृहस्पति और कमजोर होगा, आपकी कमाई के सारे स्त्रोत कुंद होते जायेंगे. आप कर्जदार बन सकते हैं. वर्तमान में आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं चल रही है तो सामर्थ्यनुसार गरीबों को दान दें, और चींटी को चीनी खिलाएं.