हवा में ठंड घुलने लगी है, समय के साथ यह ठंडी विकराल रूप धारण कर सकती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सर्दी के मौसम में एक और छोटी-मोटी बीमारियां व्यक्ति को परेशान करती हैं, वहीं दमा, कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप एवं गठिया के मरीजों की मुश्किलें भी बढ़ती हैं. यही वजह है कि सर्दी के मौसम में हार्ट अटैक के मामले बढ़ते हैं. ऐसे में बहुत आवश्यक है कि सर्दी के मौसम में अपनी सेहत से संबंधित आवश्यक सावधानियां बरतें. यहां डॉक्टर जितेंद्र सिंह सर्दी की संभावित बीमारियों से बचने के महत्वपूर्ण उपाय बता रहे हैं.
स्वस्थ एवं संतुलित आहार लें:
सर्दी के दिनें खाना गरम ही खाएं, जिसमें हरी साग-सब्जियों के अलावा साबुत अनाज, मांस, मछली, मुर्गी, फलियां, नट और बीज, आदि का इस्तेमाल जरूर करें. संतुलित एवं स्वस्थ आहार का चयन करेंगे, तो इससे आपकी इम्युनिटी मजबूत होगी, और आप सर्दी से होने वाली छोटी-मोटी बीमारियों के जोखिम से सुरक्षित रहेंगे. यह भी पढ़ें : Vivah Muhurat 2023: 27 नवंबर से पुनः बजेंगी शहनाइयां! जानें नवंबर-दिसंबर में कौन-कौन सी बन रही हैं शुभ तिथियां!
व्यायाम:
सर्दियों में चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए शारीरिक रूप से सक्रिय रहना बहुत आवश्यक है. योग, जॉगिंग अथवा व्यायाम वगैरह आपके शरीर को गर्म रखने में मदद करती है, जिसकी वजह से आपकी इम्युनिटी मजबूत रहती है, जिसकी वजह से फ्लू और सर्दी जैसी मौसमी बीमारियां दूर रहती है.
त्वचा संबंधी समस्याएं
सर्द हवाएं त्वचा को नुकसान पहुंचाती है, इस वजह से कभी-कभी त्वचा में शुष्की अथवा खुजली होने लगती है, होंठ फटने लगते हैं, एड़ियां भी फटती हैं. इससे बचने लिए सर्दी शुरू होते ही त्वचा को मॉइस्चराइज करते रहना चाहिए, धूप से सुरक्षित रखने वाली क्रीम लगानी चाहिए साथ ही पेयजल की मात्री बढ़ानी चाहिए.
पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं:
सर्दी में निरंतर पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है,. इससे त्वचा से विषाक्त पदार्थ निकलते हैं, और त्वचा स्वस्थ रहती है. नियमित और पर्याप्त मात्रा में शरीर को पानी मिलते रहने से शरीर का तरल पदार्थ संतुलित रहता है, साथ ही पाचन तंत्र सुचारू रूप से कार्य करता है,
नींद पूरी लेना:
पूरी और अच्छी मात्रा में नींद शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को सुचारू रखने में मदद करती है, तनाव पैदा करने वाले हार्मोन कोर्टिसोल को खत्म करती है, साथ ही अतिरिक्त कैलोरी बर्न होती है. पर्याप्त नींद लेने से तन ही नहीं मन भी स्वस्थ एवं ताजगी से भरा होता है.
साफ-सफाई:
सर्दी में विभिन्न कारणों से अक्सर प्रदूषण बढ़ जाता है, जिसकी वजह से वायुमंडल में जीवाणु बढ़ते हैं. कीटाणुओं को फैलने से रोकने के लिए बैक्टीरिया और वायरस से बचने के लिए नियमित रूप से हाथ धोएं, बेहतर होगा कि खाने-पीने से पूर्व हाथ को अच्छी तरह सेनेटाइज करें.
रूटीनी चेकअप कराते रहें:
सर्दी के मौसम में अपने शरीर की नियमित जांच कराएं. इससे आपके शरीर में पल रही छोटी-मोटी बीमारियां का समय पर इलाज होने से बीमारियों को पनपने का मौका नहीं मिलता. इस तरह की जांच से दमा, बढ़े कोलेस्ट्रॉल, गठिया आदि के मरीजों को काफी लाभ पहुंचता है. सर्दी में अकसर हार्ट अटैक के मामले बढ़ते हैं, नियमित जांच से इन सारी बीमारियों का जोखिम कम होता है.
धूम्रपान का त्याग करेः
सर्दी के मौसम में स्मोकिंग दोहरा नुकसान पहुंचाता है. सर्द मौसम में वायु में नमी होने से स्मोकिंग से निकलने वाला धुआं हवा में मिक्स होकर दूर जाने के बजाय हमारे आसपास ही रहता है, वहीं कुछ लोग धूम्रपान करते समय धुएं को अपने अंदर ले लेते हैं, जो प्रत्यक्ष रूप से हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं. इसलिए सर्दी में धूम्रपान से व्यक्ति को श्वसन संक्रमण के प्रति संवेदनशील बनाता है.
विटामिन डी
सर्दी के दिनों में सुबह के समय घरों में अक्सर धूप कम आती है. सूर्य की रोशनी से हमारे शरीर को नेचुरल रूप से विटामिन डी की प्राप्ति होती है, जिससे हमारी हमारे शरीर में इम्यूनिटी बेहतर बनी रहती है, और हमारा मूड नियंत्रित रहता है, इसलिए सर्दी के दिनों सुबह सवेरे के समय धूप में जॉगिंग के लिए वक्त जरूर निकालें.
ऊनी कपड़े पहनकर बाहर निकलें
शीत हवाओं से बचने के लिए घर से बाहर निकलते समय ऊनी कपड़े पहनकर बाहर निकलें, जिससे आपका शरीर गरम रहेगा. अगर आप सर्द हवाओं से बचना चाहते हैं, और तमाम तरह की एंटीबायोटिक तथा अन्य दवाओं से बचना चाहते हैं तो शरीर कर गरम रखें.