बुधवार का दिन है भगवान गणेश के लिए बेहद खास, इस विधि से पूजा करने से दूर होते हैं जीवन के सारे विघ्न

भगवान गणेश को विघ्नहर्ता यानी सभी तरह की परेशानियों को खत्म करने वाला माना गया है. कहा जाता है कि उनकी भक्ति से शनि के साथ-साथ कुंडली के सभी ग्रहदोष दूर होते हैं. खासकर बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना का विशेष फल मिलता है, क्योंकि बुधवार का दिन उन्हें अतिप्रिय है.

गणेश भगवान (Photo Credits wikimedia)

हिंदू धर्म में भगवान गणेश (Lord Ganesha) को समस्त देवताओं में प्रथम पूजनीय माना जाता है, इसलिए किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले भगवान गणेश (Bhagwan Ganesh) की पूजा की जाती है. सिर्फ इंसान ही नहीं, बल्कि देवता भी अपने कार्यों को निर्विघ्न पूरा करने के लिए भगवान गणेश की आराधना करते हैं. भगवान गणेश को विघ्नहर्ता यानी सभी तरह की परेशानियों को खत्म करने वाला माना गया है. कहा जाता है कि उनकी भक्ति से शनि के साथ-साथ कुंडली के सभी ग्रहदोष दूर होते हैं. खासकर बुधवार (Wednesday) के दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना (Worship of Lord Ganesha on Wednesday) का विशेष फल मिलता है, क्योंकि बुधवार का दिन उन्हें अतिप्रिय है.

हर बुधवार के दिन भगवान गणेश की उपासना करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली समस्त बाधाएं दूर होती हैं और सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है. चलिए जानते हैं भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने के लिए किस विधि से उनकी पूजा करनी चाहिए और बुधवार को उनकी प्रसन्नता के लिए कौन से उपाय किए जाने चाहिए.

भगवान गणेश की पूजा विधि 

बुधवार को सुबह अपने सभी कार्यों से निवृत्त होकर स्नान करें. इसके बाद अपने घर या मंदिर में स्थित भगवान गणेश की प्रतिमा को दूर्वा की 11 या 21 गांठें अर्पित करें. इसके बाद पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, चंदन, मोदक इत्यादि अर्पित करके उनका पूजन करें. यह भी पढ़ें: Sankashti Chaturthi 2019: वैशाख गणेश संकष्टी चतुर्थी, जब होती है गणेशजी के ‘वक्रतुण्ड’ स्वरूप की पूजा और दूर होते हैं सारे संकट

अगर आपको किसी काम में बार-बार असफलता का सामना करना पड़ रहा है तो उससे छुटकारा पाने के लिए बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा के बाद श्रीगणेश के मंत्र का 108 बार जप करें.

मंत्र- ॐ गं गणपतये नमः

ग्रह दोष और शत्रुओं से रक्षा के लिए-

भगवान गणेश को सभी देवताओं में सर्वश्रेष्ठ माना गया है, इसलिए कहा जाता है कि नियमित तौर पर उनकी आराधना करने से कुंडली के सभी ग्रह दोष शांत होते हैं और शत्रुओं से भी रक्षा होती है. इसके लिए इस मंत्र का बुधवार के दिन कम से कम 21 बार जप जरूर करना चाहिए.

गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:।

नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक:।।

धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:।

गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम्।।

बुधवार को करें ये खास उपाय

इन उपायों के अलावा बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा के बाद उनके 12 नामों का स्मरण करना उत्तम माना गया है. खासकर किसी गणेश मंदिर में उनकी पूजा के बाद गणेश जी के 12 नामों को 11 बार जपने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को प्रचलित मान्यताओं के आधार पर सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है और यह लेखक की निजी राय है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसके बारे में हर व्यक्ति की सोच और राय अलग-अलग हो सकती है.      

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