उत्तराखंड: केदारनाथ मंदिर भगवान शिव से 12 ज्योतिर्लिंग में एक है. केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड जिले के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित में है. उत्तराखंड में हिमालय पर्वत की गोद में केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योतिर्लिंग में सम्मिलित होने के साथ चार धाम और पंच केदार में से भी एक है. केदारनाथ में लगातार बारिश होने के चलते इसे बारिश के महीने में बंद रखा जाता है. लोगों के दर्शन के लिए मंदिर अपैल महीने में खुलता है .
जाने कैसे पड़ा केदारनाथ का नाम
केदारनाथ का नाम कहा से पड़ इसको लेकर अलग-अलग मान्यताएं है. लेकिन केदारनाथ के बारे में कहा जाता है कि सतयुग में शासन करने वाले राजा केदार के नाम पर इस स्थान का नाम केदार नाथ पड़ा
महत्वपूर्ण धामों में से एक है केदारनाथ
केदारनाथ मंदिर के बारे में बताया जाता है कि हिंदूओं के चार धामों में से एक महत्वपूर्ण धाम है. जैसे बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री केदारनाथ में भगवान शिव की पुजा की जाती है. यहां स्थित शिव लिंग 12 ज्योति लिंगों में से एक है. हर साल यहां हजारों की संख्या में लोग भागवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं.
यहां दर्शन के लिए आते है नेता और फिल्मी सितारे
केदारनाथ मंदिर के बारे में कहा जाता है कि बाबा यहा पर आने वाले हर भक्त की मनोकामनाएं पूरी करते हैं. यही वजह है कि यहां पर हर साल नेता और बॉलीवुड सितारे बाबा केदारनाथ के दर्शन करने के लिए आते है
केदारनाथ बाबा काफी ऊंचाई पर हैं विराजमान
केदारनाथ बाबा के दर्शन करने से लोगों की मान्यता है कि उनकी मुरादे पूरी हो जाती है. लेकिन बाबा के दर पर पहुंचने में लोगों को काफी कठिनाई होती है. क्योंकि करीब 11,755 किलोमीटर की ऊंचाई पर मंदिर स्थित है. यहां पर पहुंचने के लिए सिर्फ दो ही रास्ते है. पहला पैदल चलकर या फिर घोडों और खच्चरों का इस्तेमाल करके पहुंचा जा सकता है.
यहां पर कई बार आ चुका है प्राकृतिक आपदा
उत्तराखंड में कई बार बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा आ चुकी है. केदारनाथ मंदिर प्राकृतिक आपदा का सामना भी करना पड़ा है . इस शहर में कई बार प्राकृतिक आपदाएं आ चुकी हैं. अभी कुछ साल पहले की ही बात है उत्तराखंड में बादल फटने के चलते बडे पैमाने पर श्रद्धालुओं की वहां पर मौत हुई थी.
बाबा के दर्शन से होती है स्वर्ग की प्राप्ति
ऐसा पुराणों में कहा गया है कि बाबा केदारनाथ का दर्शन करने के लिए लोगों को भले ही कठिनाइयों को सामना करना पड़ता है. लेकिन यहां पर दर्शन करने आने वाले सभी लोगों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती है और उसे स्वर्ग मिलता है.