Dhanu Sankranti 2020 Mehndi Design: हिंदू मान्यताओं के अनुसार, नौ ग्रहों के राजा सूर्य (Surya) जब भी किसी राशि में प्रवेश करते हैं तो उसे संक्रांति कहा जाता है. सूर्य जब बृहस्पति की राशि धनु (Dhanu) में प्रवेश करते हैं तब उनकी चाल धीमी हो जाती है. धनु राशि में सूर्य के प्रवेश करने के बाद कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. हिंदू धर्म में इसे सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा से जोड़कर देखा जाता है, इसलिए माना जाता है कि व्यक्ति पर इसका अच्छा और बुरा दोनों प्रभाव पड़ सकता है. ऐसे में शादी-ब्याह, गृह प्रवेश और अन्य मंगल कार्य नहीं किए जाते हैं. 15 दिसंबर 2020 के पंचांग के अनुसार आज मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है और आज सूर्य का गोचर धनु राशि में हो रहा है. इसलिए आज धनु संक्रांति (Dhanu Sankranti) मनाई जा रही है.
धनु संक्रांति को 'हेमंत ऋतु' शुरू होने पर मनाया जाता है और इसी संक्रांति से 'मलमास' की शुरुआत हो जाती है. इसके बाद एक महीने तक कोई भी मंगल कार्य नहीं किया जाता है. अगले साल यानी 14 अथवा 15 जनवरी को जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे तब मकर संक्रांति मनाई जाएगी और फिर से सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाएगी. आज के दिन पूजा-पाठ किया जाता है. इस दिन भगवान सूर्य देव की पूजा जाती हैं.
देश के विभिन्न हिस्सों में लोग पूजा करते हैं. साथ ही भक्त दान के माध्यम से दान-पुण्य का कार्य भी करते हैं. महिलाएं इस दिन अपने हाथों और पैरों में मेहंदी रचाती हैं. अपने हमने इस लेख में आपके लिए आज मेहंदी की कुछ खास, लेटेस्ट और आकर्षक मेहंदी की डिज़ाइन्स लेकर आए हैं, जिसे आप घर बैठे लगा सकते हैं.
देखें मेहंदी डिज़ाइन्स:
आसान और सुंदर मेहंदी डिजाइन
View this post on Instagram
खुबसूरत फुल हैण्ड दुल्हन मेहंदी डिजाइन
View this post on Instagram
फिंगर के लिए देखें लेटेस्ट मेहंदी डिज़ाइन
View this post on Instagram
हथेली के लिए देखें कई सारे मेहंदी डिज़ाइन
View this post on Instagram
पैर के लिए खुबसूरत और आकर्षक मेहंदी डिज़ाइन
View this post on Instagram
पैर के लिए देखें यह आसान और सुंदर मेहंदी डिज़ाइन
View this post on Instagram
हाथ और पैर के लिए खास मेहंदी डिज़ाइन
View this post on Instagram
आशा करते हैं कि आपको यह डिज़ाइन्स पसंद आई होंगी. बता दें कि देश के विभिन्न हिस्सों में लोग सूर्य देव पूजा करने के बाद पवित्र नदियों में स्नान करते हैं. वहीं ओडिशा में किसान अपनी फसल इकट्ठा करते हैं. इस प्रकार, वे इस अवसर को बाद में भगवान जगन्नाथ को मीठे चावल, धान मुआन से बने मीठे पकवान भेंट करते हैं.