आज संपूर्ण भारत विशेषकर दिल्ली-एनसीआर समेत समस्त उत्तर भारत का तापमान 50 डिग्री की सीमा को पार कर चुका है. नौ दिन का ‘नौतपा’ भी अपना रौद्र तेवर दिखा रहा है. यहां हम बात करेंगे राष्ट्रीय ताप जागरूकता दिवस की, जो अमूमन हर वर्ष मई माह के अंतिम शुक्रवार को मनाया जाता है. यह दिवस प्रचण्ड गर्मी एवं गरम लू से होनेवाली तमाम छोटी-बड़ी बीमारियों के खतरों और गर्म मौसम के दौरान सुरक्षित और स्वस्थ रहने के महत्व की याद दिलाता है. इस वर्ष राष्ट्रीय ताप जागरूकता दिवस 31 मई 2024 को पड़ रहा है. आइये जानते हैं इस दिवस के महत्व, और इस दिशा में बरतने वाली सावधानियों के बारे में जो हमें तमाम बीमारियों से सुरक्षित रख सकता है.
राष्ट्रीय ताप जागरूकता दिवस का महत्व
राष्ट्रीय ताप जागरूकता दिवस के महत्व को हम निम्न बिंदुओं से समझ सकते हैं.
गर्मी से संबंधित बीमारियों पर नियंत्रण: इस दिवस़ का मुख्य उद्देश्य लोगों को गर्मी से संबंधित बीमारियों उदाहरणार्थ तेज गर्मी से उत्पन्न थकान और हीट-स्ट्रोक के संकेतों और लक्षणों के बारे में शिक्षित करना है. यह जानकारी हमें किसी भी संभावित विकट स्थिति से बचाने में अहम भूमिका निभा सकता है. यह भी पढ़ें : Beat The Heat: गर्मियों रखें खुद को बीमारियों से सुरक्षित, गर्मी के चरम घंटों के दौरान खाना पकाने से बचें
गर्मी से सुरक्षा उपायों को बढ़ावा देना: राष्ट्रीय ताप जागरूकता दिवस गर्मी से सुरक्षा उपायों को नियमित अपनाने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देता है, जैसे हाइड्रेटेड रहना, हलके-फुलके सूती वस्त्र पहनना और उच्च तापमान की स्थिति में स्वयं को उससे बचाना आदि. इन उपायों को अपनाकर हम हीट स्ट्रोक आदि से खुद को बचा सकते हैं. गर्मी से संबंधित बीमारियों पर नियंत्रण प्राप्त कर अपने जीवन को बचा सकते हैं.
कमजोर, वृद्ध, बच्चों एवं खुले में कार्यरत श्रमिकों की सुरक्षा: प्रचण्ड गर्मी का सबसे बुरा असर बुजुर्गों, बच्चों, कड़ी धूप एवं लू में कार्यरत श्रमिकों और अत्यंत असहाय एवं निर्धन लोगों पर पड़ता है. यह दिवस हमें उनके प्रति पूर्व से सजग रहते हुए उन्हें यथास्थिति सहयोग और संवेदना दिखाने के लिए प्रेरित करता है.
लू से बचने के 5 आसान तरीके
लू के प्रभाव को कम करने और हीट स्ट्रोक जैसी गर्मी से संबंधित बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए, लू निवारक उपाय करना आवश्यक है. यहां लू से बचने के 5 आसान तरीके बताये जा रहे हैं.
* कोशिश करें कि इन दिनों घर से बाहर कम ही निकलें, विशेषकर दोपहर 12:00 बजे से 4:00 बजे के बीच जब सूर्य अपने चरम पर हो.
* हर समय हाइड्रेटेड रहें. इसके लिए पूरे दिन ठंडा पानी और ताज़ा जूस तथा अन्य पेय पदार्थ पिएं. मगर शराब आदि से बचें. अपने साथ हमेशा एक बोतल ठंडा पानी अवश्य रखें.
* मौसम के अनुसार उचित पोशाक पहनें. शीतलता महसूस करने के लिए हल्के रंग के हल्के, ढीले-ढाले सूती या खादी कपड़े पहनें.
* घर से बाहर निकलते समय छाता, टोपी, धूप का चश्मा अवश्य रखें.
* सनबर्न से निर्जलीकरण धीमा हो सकता है. शरीर की ठंडा होने की क्षमता की जानकारी जरूर रखें. बाहर जाने से कम से कम 30 मिनट पहले एसपीएफ 15 या इससे अधिक वाला सनस्क्रीन लगाएं.
गरम लू आपकी सेहत पर विपरीत असर डाल सकती है. इससे बचने के लिए जागरूकता और उचित सावधानियों का ध्यान रखें. ध्यान रहे जीवन अनमोल है.