Narmada Jayanti Messages 2022: नर्मदा जयंती पर ये हिंदी मैसेजेस WhatsApp Status, HD Wallpapers और GIF Images के जरिए दें शुभकामनाएं
नर्मदा जयंती (Narmada Jayanti) माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को मनाई जाती है. इस दिन सभी भक्त देवी नर्मदा नदी की पूजा करते हैं. कहा जाता है कि देवी नर्मदा सभी के जीवन में शांति और समृद्धि लाती हैं. देवी नर्मदा ने हमेशा के लिए अविवाहित रहने की प्रतिज्ञा ली थी....
Narmada Jayanti Messages 2022: नर्मदा जयंती (Narmada Jayanti) माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को मनाई जाती है. इस दिन सभी भक्त देवी नर्मदा नदी की पूजा करते हैं. कहा जाता है कि देवी नर्मदा सभी के जीवन में शांति और समृद्धि लाती हैं. देवी नर्मदा ने हमेशा के लिए अविवाहित रहने की प्रतिज्ञा ली थी. आज देवी नर्मदा जयंती के मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि उन्होंने यह व्रत क्यों लिया था. इसके पीछे एक कहानी है जो आज हम आपको बताएंगे. यह भी पढ़ें: Narmada Jayanti Wishes 2022: ये हिंदी विशेज WhatsApp Stickers और GIF Greetings के जरिए भेजकर दें बधाई
राजा मैखल की पुत्री नर्मदा को रेवा के नाम से भी जाना जाता है. राजा मैखल ने नर्मदा के विवाह के लिए एक शर्त रखी कि जो कोई भी गुलबकावली का फूल लाएगा, वह उसकी पुत्री का विवाह उससे कर देंगे. नर्मदा से विवाह करने का अवसर सोनभद्र नामक राजकुमार को मिला जो फूल लेकर आया था. अब शादी में कुछ ही समय बचा था और राजकुमारी नर्मदा ने अपनी दासी जुहिला के माध्यम से राजकुमार को संदेश भेजा. नर्मदा सोनभद्र से पहले कभी नहीं मिलीं. राजकुमारी के कपड़े और जेवर पहनकर कर जुहिला सोनभद्र से मिलने गई.
वहाँ पहुँचने पर जुहिला ने राजकुमार को यह नहीं बताया कि वह एक दासी है और सोनभद्र उसे राजकुमारी समझकर उस पर मोहित हो गए. काफी समय बाद जब जुहिला नहीं लौटी तो राजकुमारी नर्मदा खुद सोनभद्र से मिलने गई। लेकिन वहां जाकर उसने देखा कि जुहिला और सोनभद्र एक दूसरे के साथ हैं. यह दृश्य देखकर नर्मदा क्रोधित हो उठीं और घृणा से भर उठीं. उसके बाद, वह तुरंत विपरीत दिशा में चली गई और फिर कभी नहीं लौटी. बाद में नर्मदा बंगाल सागर के बजाय अरब सागर में शामिल हो गई और उन्होंने कसम खाई कि वह कभी शादी नहीं करेगी और अविवाहित रहेगी. कहा जाता है कि सोनभद्र को अपनी गलती का पछतावा होता है लेकिन नर्मदा फिर कभी नहीं लौटीं. कहा जाता है कि आज तक नर्मदा का विलाप और उनके दुख की पीड़ा उनके जल के छल की आवाज में सुनाई देती है. इस दिन लोग एक दूसरे को मैसेज भेजकर सुख समृद्धि की शुभकामनाएं देते हैं. अगर आप भी नर्मदा जयंती के पावन अवसर पर अपने करीबियों को शुभकामनाएं देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए मैसेज भेजकर दे सकते हैं.