कीमती आभूषण पर मेहनत की कमाई खर्च करने के बाद उनकी उचित ढंग से रखना व देखभाल करना जरूरी है. जब आप असली मोती के आभूषण खरीदती हैं तो उसे मलमल के कपड़े में लपेटकर रखना न भूलें. हैदराबाद के 'किशनदास एंड कंपनी' की प्रतीक्षा किशनदास और आभूषण डिजाइनर पूजा वासवानी ने नाजुक आभूषणों की देखभाल करने के संबंध में ये सुझाव दिए हैं :
* कभी भी आभूषण पर सीधे परफ्यूम स्प्रे नहीं करें.
* कुंदन (अनकट डायमंड) आभूषण को स्पॉन्ज या कॉटन लगे प्लास्टिक बॉक्स में रखे जाने की जरूरत होती है, क्योंकि अन्य रसायनों के संपर्क में आकर ये काले पड़ सकते हैं.
* पन्ना बहुत नरम व नाजुक पत्थर होता है। पन्ना के आभूषण बैठकर ही पहनें, ताकि इनके गिरकर टूटने की संभावना न हो.
* बसरा (असली) मोती को मलमल के कपड़े में लपेटकर रखना चाहिए। गर्मियों में इन्हें पहनने से बचें, क्योंकि पसीने के संपर्क में आकर ये अपनी चमक खो सकते हैं.
* आभूषणों को मल्टीपल खांचे वाले बॉक्स में रखें या अलग-अलग बॉक्स में रखें, क्योंकि एक साथ रखने पर स्क्रैच पड़ सकता है या आपस में उलझकर इनके टूटने की भी संभावना रहती है.
* हीरे के सिवाय अन्य किसी आभूषण को साबुन या पानी से साफ नहीं करें.
* आभूषण पर से दाग-धब्बे हटाने के लिए आप इरेजर का इस्तेमाल कर सकती हैं.
* नियमित अंतराल पर आभूषण साफ करते रहें। यह उन्हें साफ, चकदार व हमेशा नया बनाए रखेगा। सभी आभूषण या पत्थर एक ही तरीके से साफ नहीं करने चाहिए.
* सोना एक नाजुक धातु है और इस पर खरोंच आसानी से पड़ सकती हैं. इसे खरोंच से बचाने की कोशिश करें और उचित पॉलिशिंग और रखरखाव के लिए अपने ज्वेलर से सलाह लेते रहें.
* खाना बनाने, व्यायाम करने, तैराकी करने या कोई घरेलू काम करने के दौरान कोमल व नाजुक आभूषण पहनने से बचें. साथ ही तेज गर्मी या रोशनी में रत्न पहनने से बचें, क्योंकि इसका रंग उड़ जाता है और यह रंगहीन हो जाता है.
* आभूषण को किसी तरह का नुकसान पहुंचने से बचाने के लिए मेकअप करने, लोशन, परफ्यूम लगा लेने के बाद ही इन्हें पहनें.