Hot and Cold: सर्द-गर्म मौसम से रहें सावधान, मगर ना हों परेशान! ये घरेलू इलाज कर सकते हैं निदान!
बसंत पंचमी के साथ ही मौसम में गरमाहट घुलने लगी है. मौसम का मिजाज कुछ ऐसा हो रहा है कि रात में ठंड बरकरार है, जबकि दोपहर की तेज धूप से तापमान बढ़ रहा है. हवाएं शुष्क होने लगी है. साधारण भाषा में इसे सर्द-गर्म मौसम कहते हैं.
बसंत पंचमी के साथ ही मौसम में गरमाहट घुलने लगी है. मौसम का मिजाज कुछ ऐसा हो रहा है कि रात में ठंड बरकरार है, जबकि दोपहर की तेज धूप से तापमान बढ़ रहा है. हवाएं शुष्क होने लगी है. साधारण भाषा में इसे सर्द-गर्म मौसम कहते हैं. चिकित्सकों का मानना है कि मौसम का यह मिजाज अच्छे भले व्यक्ति को बीमार कर सकता है. ऐसे ऋतु-परिवर्तन में खान-पान से पहनावे तक में सजगता बरतना जरूरी है. डॉ जितेंद्र सिंह बताते हैं कि सर्द-गर्म का कारण शरीर के अंदर और बाहर का तापमान असंतुलित रहता है. मसलन दिन भर तेज धूप, और रात में ठंडी हवाओं के संपर्क में रहते हैं, जिसके कारण शरीर के अंदर विभिन्न तापमान प्रतिकूल असर डालते हैं. जिससे व्यक्ति सर्द-गर्म का शिकार हो जाता है. डॉक्टर के अनुसार ये प्रॉब्लम एंटरोवायरस से भी हो सकती है, जो गर्मी की शुरुआत में संक्रमण की वजह होते हैं. इससे बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय कारगर हो सकते हैं.
कांजी या आम का पना पीयें!
सर्द-गर्म के दिनों में आम का पना अथवा नींबू-शक्कर-पानी का कांजी पीएं. इससे शरीर का तापमान अंदर और बाहर दोनों जगह समान रहता है, आपके शरीर को रि-हाइड्रेट करता है. यह एंटीबैक्टीरियल होने से इन्फेक्शन से भी सुरक्षित रखता है. इन दिनों खाने के पश्चात गुड़ और नींबू का शरबत पीने से पाचन क्रिया सुचारू रहता है.
काढ़े का सेवन करें!
इन दिनों हल्दी, दालचीनी और काली मिर्च का काढ़ा अथवा सेब के सिरके से तैयार काढ़ा पीएं, जो सर्द-गर्म की समस्या में कारगर तरीके से काम करता है. ये काढ़ा आपके शरीर को रि- हाइड्रेट करने के साथ-साथ एंटीबैक्टीरियल होने से इन्फेक्शन से भी सुरक्षित रखता है. इसकी रेसिपी बहुत आसान है, आप आसानी से बना सकते हैं.
दूध में हल्दी और शहद मिलाकर पीएं
मौसम के इस मिजाज को देखते हुए गरम दूध में हल्दी और शहद मिला कर पीने से सर्द-गर्मी से आप सुरक्षित रहते हैं. यह देसी उपाय है. ऐसा करने से आपकी इम्यूनिटी बढ़ती है, और सर्दी-जुकाम या हलके-फुलके बुखार की स्थिति में मददगार साबित होती है.
काली मिर्च का सेवन!
काली मिर्च की प्रकृति ही एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेंट्री है. सर्द-गर्म के मौसम में काली मिर्च का चुटकी भर पाउडर एक चम्मच शहद में मिलाकर चाट लें. अगर यह इसका टेस्ट अच्छा नहीं लगे तो सोने से पूर्व दूध में काली मिर्च उबालकर पी लें. वरना दो काली मिर्च के दाने एक बतासे के साथ खा लें. काली मिर्च का इस तरह सेवन करने से आपकी इम्युनिटी मजबूत रहती है, साथ ही संक्रामक रोगों से भी सुरक्षित रखती है.