Holika Dahan 2022 Dos & Don'ts: होलिका-दहन पर करें ये उपाय और इससे बचें! बरसेगी लक्ष्मी की कृपा! शिवजी भी होंगे प्रसन्न!
होलाष्टक (Photo Credits: Pixabay)

   सनातन धर्म में होलिका-दहन का विशेष महत्व बताया गया है, क्योंकि होलिका-दहन के दिन बुराई और दुर्भाग्य से मुक्ति पाने के लिए होलिका की परंपरागत एवं विधि-विधान से पूजा की जाती है. इस वर्ष 7 मार्च 2023, मंगलवार को होलिका-दहन का पर्व मनाया जायेगा. मान्यता है कि इस दिन उपवास के साथ पूजा करने से भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं. इस पर्व पर कुछ विशिष्ठ रस्में भी निभाई जाती हैं, जिसका यथोचित प्रतिफल प्राप्त होता है. उदाहरण के लिए होलिका-दहन के दिन घर में सोने की अंगूठी की पूजा करने से घर में लक्ष्मी का वास होता है, नवविवाहित युगल को होलिका-दहन पर जहां श्वेत वस्त्र प्रतिबंधित होता है, वहीं रंगों की होली के समय श्वेत वस्त्र शुभता का प्रतीक माना जाता है, आदि आदि इस तरह के उपाय आपको आर्थिक संकटों से मुक्त रखता है. आइये जानें होलिका-दहन के दिन क्या-क्या उपाय करने से क्या लाभ प्राप्त हो सकते हैं.

* शिवलिंग पर चढ़ाएं गोमती चक्रः होलिका-दहन के दिन (दिन के समय) घर के किसी भी करीबी शिव मंदिर में जाकर 21 गोमती चक्र अर्पित करें और इसके पश्चात किसी गरीब को भोजन कराएं. भगवान शिव प्रसन्न होंगे और आपके जीवन में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होगी. यह भी पढ़ें : International Women Day 2023: ट्रेनों की मरम्मत से लेकर सुरक्षा तक, जिम्मेदारी निभा रही आधी आबादी

* होलिका-दहन के दिन उधार पैसे देने से बचेंः होलिका दहन के दिन किसी को भी उधार पैसों का लेन-देन नहीं करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से देवी लक्ष्मी रुष्ठ होती हैं, जिसकी वजह से आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है.

* पूजा से पूर्व सर पर आंचल रखेंः अगर आप स्त्री हैं तो होलिका-दहन से पूर्व सर पर आंचल रखें, पुरुष हैं तो रुमाल रखकर पूजा करें. अन्यथा नकारात्मक साया के प्रभाव से आपकी पूजा फलीभूत नहीं होगी.

* नवविवाहित जोड़े पूजा अवश्य करेः अगर आपके विवाह का यह पहला साल है तो होलिका-दहन की पूजा में ना केवल सम्मिलित हों, बल्कि विधिवत पूजा करें. इससे आपका दाम्पत्य जीवन मजबूत होगा.

* सड़क पर पड़ी किसी वस्तु को स्पर्श न करेः होलिका-दहन के दिन सड़क पर बेतरतीब तरीके से पड़ी वस्तुओं को ना स्पर्श करें और ना ही उसे लांघकर आगे जायें. ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा आप में प्रवेश कर सकती है, जिससे आपके साथ कुछ भी अनिष्ठ हो सकता है.

* होलिका-दहन पर श्वेत वस्त्र ना पहनेः होलिका-दहन के दिन विशेष रूप से होलिका-दहन के समय सफेद रंग के वस्त्र ना पहने, क्योंकि सफेद रंग नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होता है, हालांकि रंगों की होली खेलते समय श्वेत रंग के वस्त्र पहनना शुभता का प्रतीक माना जाता है.

* शिवजी की पूजा अवश्य करेः होलिका दहन के दिन भगवान शिव के महाकाल स्वरूप की पूजा अवश्य करनी चाहिए. ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं.

*  होलिका-दहन पर लक्ष्मी जी की पूजा करेः होलिका दहन के दिन घर के मंदिर अथवा बाहर लक्ष्मी जी के मंदिर में विधिवत पूजा-अनुष्ठान करने और साथ ही विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करने से लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है.

* चौमुखी दीपक प्रज्वलित करेः होलिका-दहन की रात दहन से पूर्व घर के मुख्य द्वार पर सरसों के तेल का चौमुखी दीप प्रज्वलित करके रखने से बाहर की नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती, साथ ही माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.