World Diabetes Day 2019: इस वर्ल्ड डायबिटीज डे पर टाइप 2 मधुमेह से जुड़े लक्षणों पर दें ध्यान, ऐसे करें नियंत्रित
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

World Diabetes Day 2019: 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे (World Diabetes Day 2019) मनाया जाता है. इस साल इसका थीम है फैमली और डायबिटीज. इंटरनैशनल डायबिटीज फेडरेशन उन प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ा रहा है जिनके परिवार में लोग डायबिटीज से प्रभावित हैं और आनेवाली जनरेशन भी हो सकती है. इस वर्ल्ड डायबिटीज डे पर इंटरनैशनल डायबिटीज फेडरेशन ने परिवारों से आग्रह किया है कि वो डायबिटीज के लक्षणों को जानें और टाइप 2 डायबिटीज की समस्याओं का पता लगाएं. ताकि समय रहते ही डायबिटीज के लक्षणों का पता चल सके और इससे बचा जा सके.

टाइप-2 डायबिटीज का सामान्य रूप है. यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर ग्लूकोज को कोशिकाओं में लाने के लिए प्रभावी रूप से इंसुलिन का उपयोग करने में असमर्थ होता है. जिसकी वजह से टिश्यूज, मसल्स और ओर्गंस अल्टरनेटिव एनर्जी पर निर्भर रहते हैं. टाइप 2 डायबिटीज धीरे-धीरे बढ़ता है. शुरुआत में इसके हल्के लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे एनर्जी की कमी, लगातार भूख लगना, वजन कम होना, थकान, बार-बार पेशाब आना, धुंधला दिखाई देना और खुजली वाली त्वचा. टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण समय के साथ खराब हो सकते हैं और Yeast Infections का कारण बन सकते हैं. जिसकी वजह से छोटे घाव बढ़ जाना, जल्दी घाव न भरना, पैर में दर्द, त्वचा पर काले धब्बे और सुन्नता यानी नंबनेस आदि.

टाइप 2 डायबिटीज को सावधानीपूर्वक मैनेज करने की आवश्यकता होती है. अगर हाल ही में पता चला है कि आपको टाइप 2 डायबिटीज है तो आपको अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाने की जरुरत है. ज्यादा एक्टिव और हेल्दी लाइफस्टाइल आपको डायबिटीज से जुड़ी गंभीर समस्याओं से बचने में मदद कर सकती है.

टाइप 2 डायबीटीज में सावधानियां बरतने के लिए देखें ये वीडियो:

टाइप 2 डायबिटीज को ख़त्म करने के तरीके

वजन कम करें और स्वस्थ वजन का बनाने की दिशा में काम करें.

नियमित व्यायाम करें और अपने वर्कआउट रूटीन में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग शामिल करें.

रात में अच्छी नींद लेने की कोशिश करें.

ब्रेड, पास्ता, डीप-फ्राइड, जंक और प्रोसेस्ड फूड खाना बंद करें.

अपने आहार में ताजे फल, सब्जियां, दालें, फलियां, नट्स और बीज शामिल करें.

मीठे खाद्य पदार्थों और डेसर्ट के सेवन से बचें

तनाव न लें

शारीरिक रूप से सक्रिय रहें

उपवास रखें

अगर आप टाइप 2 डायबिटीज को मैनेज नहीं कर पाए तो आपको ये परेशानियां हो सकती हैं

धुंधला दिखना: टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में धुंधला दिखाई देने की समस्याएं आम हैं. डायबिटीज आपकी आंखों की छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है. इससे ग्लूकोमा, मोतियाबिंद और मधुमेह संबंधी रेटिनोपैथी का खतरा बढ़ सकता है. इन स्थितियों से समय के साथ आप अपनी आंखों की रोशनी खो सकते हैं.

 नर्व डैमेज: अगर आपको टैप 2 डायबिटीज है तो इससे आपको न्यूरोपैथी, नर्व डैमेज या दर्द का जोखिम बढ़ जाता है. इसका प्रभाव आपके हाथों और पैरों पर हो सकता है. इसके लक्षण हैं लक्षणों में सुन्नता, झुनझुनी या जलन, स्टैबिंग दर्द, दृष्टि समस्याएं, कमजोरी आदि शामिल हैं.

हाई ब्लड प्रेशर: मैनेज न करने पर टाइप 2 डायबीटीज आपको हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी के खतरे में डाल सकता है. यदि आपको टाइप 2 डायबिटीज है तो अपने ब्लड प्रेशर की नियमित जांच करें और कम सोडियम वाले आहार खाएं.

फुट अल्सर: नसों और रक्त संचार खराब होने से पैरों के अल्सर जैसी समस्या हो सकती है. ये पैर के अल्सर कभी-कभी संक्रमित हो सकते हैं. पैर के अल्सर से बचने के लिए डायबिटीज रोगियों को अपने पैरों को साफ और सूखा रखना चाहिए. आरामदायक, और हवा पास होने वाले मोजे पहनें. अपने पैरों पर पड़े घावों, लाल पैच और फफोले की जांच करें और किसी भी पैर की समस्याओं के लिए तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें.

किडनी डैमेज: ब्लड में शुगर लेवल मैनेज न करने के कारण किडनी की समस्या हो सकती है. यह किडनी की फिल्टर करने की क्षमता को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए खून में शुगर लेवल को नियंत्रण डायबिटीज को मैनेज करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. एक उचित आहार का पालन करके रिफाइंड चीनी, रिफाइंड कार्ब्स और अधिक भोजन से बचा जा सकता है.

खराब ओरल हेल्थ: टाइप 2 डायबिटीज मैनेज न करना खराब ओरल हेल्थ का कारण बन सकता है. इसी वजह से छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचता है, जिसमें आपके दांत और मसूड़ों को पोषण नहीं मिल पाता. जिसकी वजह से वे दांत गिरना, मसूड़ों के संक्रमण आदि के जोखिम बढ़ सकते हैं.

लोगों में टाइप 2 डायबिटीज की समस्या बढ़ती जा रही है. इसलिए इस वर्ल्ड डायबिटीज डे पर IDF लोगों से अपने डायबीटीज नॉलेज का टेस्ट और ऑनलाइन सवाल और जवाब के क्विज़ में भाग लेने का आग्रह किया है.