World Diabetes Day: डायबिटीज एक ऐसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो अपने साथ कई बीमारियों के खतरे को बढ़ा देती है. इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है. मोटापा, खराब लाइफस्टाइल, गलत खान-पान जैसे कई कारणों से यह बीमारी हो सकती है. डायबिटीज में ब्लड शुगर का लेवल बहुत बढ़ जाता है, जिससे शरीर की इंसुलिन उत्पादन क्षमता प्रभावित होने लगती है. और कई बार ऐसा भी होता है कि शरीर सक्रिय रूप से इंसुलिन का इस्तेमाल ही नहीं कर पाता हैं.
दुनिया भर में इस गंभीर बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के मकसद से ही हर साल 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाया जाता है. दरअसल, इस दिन चाटर्रा, बेन्टिंग का जन्मदिन भी मनाया जाता है, जिन्होंने कनाडा के टोरंटो शहर में बेंट के साथ मिलकर सन 1929 में इंसुलिन की खोज की थी.
चलिए 'वर्ल्ड डायबिटीज डे' के मौके पर हम आपको रूबरू कराते हैं रोजमर्रा की उन आदतों से, जो आपको डायबिटीज का शिकार बना सकते हैं और जानते हैं इससे बचाव के आसान टिप्स...
टाइप-1 डायबिटीज-
टाइप-1 डायबिटीज के रोगियों में इंसुलिन का बनना कम हो जाता है या फिर इंसुलिन बनना बंद हो जाता है. बार-बार पेशाब जाना, अत्यधिक प्यास लगना, शारीरिक कमजोरी महसूस होना और दिल की धड़कनों का अचानक से बढ़ जाना इत्यादि टाइप-1 डायबिटीज के लक्षण हैं.
टाइप-2 डायबिटीज-
टाइप-2 डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, जिसको नियंत्रित करना बहुत मुश्किल होता है. बहुत प्यास लगना, बार-बार पेशाब जाना, अत्यधिक भूख लगना इत्यादि इसके लक्षण हैं. यह भी पढ़ें: मातृत्व सुख से महरूम रह सकती हैं डायबिटीज ग्रस्त महिलाएं, मां और बच्चे के लिए बेहद खतरनाक है यह बीमारी
इन आदतों से होता है डायबिटीज
1- नींद की कमी
अगर आप हर रोज भरपूर नींद नहीं लेते है तो आप डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं. दरअसल, बदलते लाइफस्टाइल के चलते और दफ्तर में देर तक काम करने के कारण अत्यधिक लोग रात में देर से सोते हैं और सुबह जल्दी उठ जाते हैं. उनकी यह आदत उन्हें डायबिटीज का रोगी बना सकती हैं.
2- कम पानी पीना
हर व्यक्ति को दिनभर में कम से कम 8-10 ग्लास पानी जरूर पीना चाहिए. पानी शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है, लेकिन जो लोग कम पानी पीते हैं तो इससे शरीर डिहाईड्रेट होने लगता है और ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है.
3- मोटापा
शरीर का बढ़ता हुआ वजन व मोटापा कई बीमारियों के खतरे को बढ़ाता है. मोटापे के कारण डायबिटीज का खतरा तेजी से बढ़ता है. अगर आप इस गंभीर बीमारी से बचना चाहते हैं तो इसके लिए अपने वजन को काबू में रखें.
4- खान-पान में गड़बड़ी
अगर आपने अपने खान-पान की आदतों पर ध्यान नहीं दिया तो आप डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं. दरअसल, देर रात खाना खाना, खाने के तुरंत बाद मीठा खाने से ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ती है. इसके अलावा पौष्टिक चीजों का सेवन न करना, फास्टफूड, जंक फूड, पैकेट बंद चिप्स व ऑयली चीजों का अत्यधिक मात्रा में सेवन करना डायबिटीज के खतरे को बढ़ाता है.
5- एक्सरसाइज की कमी
सेहतमंद रहने के लिए हर रोज कम से कम 30 मिनट शारीरिक कसरत जरूर करना चाहिए, लेकिन बिजी लाइफस्टाइल के चलते अधिकांश लोग एक्सरसाइज नहीं करते हैं. व्यायाम न करने से शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ता है, जिससे डायबिटीज होने का खतरा बना रहता है. यह भी पढ़ें: डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के 5 तरीके
6- आनुवांशिक कारण
कई बार डायबिटीज आनुवांशिक कारणों से भी होता है. अगर किसी के माता-पिता या फिर परिवार के किसी सदस्य को डायबिटीज की बीमारी है तो माता-पिता से उनके बच्चों को और घर के दूसरे सदस्यों को यह बीमारी हो सकती है.
ऐसे करें डायबिटीज से अपना बचाव
- रोजाना सात-आठ घंटे की नींद महत्वपूर्ण है. नींद के दौरान हमारा शरीर विषैले पदार्थों को बाहर निकाल कर शरीर में टूट-फूट की मरम्मत करता है. अगर आप डायबिटीज से बचना चाहते हैं तो अपनी नींद से कोई समझौता न करें.
- शरीर को स्वस्थ रखने और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए हर रोज व्यायाम करें.अपनी व्यस्त दिनचर्या में से कम से कम 30-45 मिनट का समय एक्सरसाइज के लिए जरूर निकालें.
- डायबिटीज से बचने के लिए अपने खान-पान की आदतों को सुधारें. अपने डेली डायट में फलों, सब्जियों, पौष्टिक तत्वों को शामिल करें. घर के बने खाने को प्राथमिकता दें और बाहर का खाना खाने से बचें.
- डायबिटीज से बचाव के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम के साथ-साथ अपने बढ़ते हुए वजन को कंट्रोल करें. अपने मोटापे और बढ़ते हुए शारीरिक वजन को कंट्रोल करके आप इस रोग से बच सकते हैं.
- तनाव आजकल हर व्यक्ति के जीवन का अहम हिस्सा बन गया है. ऐसे में अत्यधिक तनाव आपको डायबिटीज का शिकार बना सकता है, इसलिए जितना हो सके तनाव को खुद पर हावी न होने दें. तनाव से बच कर आप खुद को डायबिटीज से बचा सकते हैं.