World Breastfeeding Week 2019: नवजात बच्चे (New Born Baby) के लिए मां का दूध (Mother's Milk) अमृत के समान होता है, जो उसे कई बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है. डॉक्टर भी नई मांओं को अपने बच्चे को कम से कम 6 महीने तक स्तनपान (Breastfeeding) कराने की सलाह देते हैं. स्तनपान महिला और उसके बच्चे की सेहत के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. हालांकि स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अपने आहार का खास तौर पर ख्याल रखना पड़ता है, क्योंकि नई मां का खानपान उसके साथ-साथ उसके बच्चे की सेहत को भी प्रभावित करता है. स्तनपान की अहमियत और इसके फायदों से हर महिला को जागरूक करने के लिए हर साल अगस्त महीने की 1 तारीख से 7 तारीख तक विश्व स्तनपान सप्ताह (World breastfeeding week 2019) मनाया जाता है.
अगर आप भी अपने बच्चे को दूध पिलाती हैं तो इसके लिए आपको अपने आहार का ख्याल रखना आवश्यक है. इस समय आप जो भी खाती हैं उसका पोषण बच्चे को भी मिलता है. चलिए आपको बताते हैं कि स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अपनी डायट को लेकर किन बातों का ख्याल रखना चाहिए.
डायट को लेकर रखें इन बातों का ख्याल
1- अगर आप अपने बच्चे को स्तनपान कराती हैं तो आपको जंकफूड, फास्टफूड जैसी अनहेल्दी चीजों से दूरी बना लेनी चाहिए. इसके स्थान पर नई मां को अपने आहार में संतुलित और पोषण से भरपूर चीजों को शामिल करना चाहिए.
2- नई मां को अपने डेली डायट में चावल, ब्रेड, अनाज से बनी रोटी, आलू, ओट्स, सूजी और पास्ता को शामिल करना चाहिए. इससे शरीर में एनर्जी बनी रहती है और बच्चे के सही विकास में मदद मिलती है.
3- बच्चे को दूध पिलाने वाली महिलाओं को अपने आहार में दूध, दही, पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स को शामिल करना चाहिए. दरअसल, डेयरी उत्पाद महिलाओं के स्तन से निकलने वाले दूध को पोषण प्रदान करते हैं, लेकिन अगर आपको लैक्टोज से एलर्जी है तो अपने डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही इसका सेवन करें. यह भी पढ़ें: World Breastfeeding Week 2019: नवजात शिशु के लिए मां का दूध है अमृत समान, स्तनपान से ताउम्र अच्छी रहती है बच्चे की सेहत
4- प्रेगनेंसी के बाद महिलाओं को अपने आहार में दाल-दलहन, अंडे, मछली और फैट से रहित चीजों को शामिल करना चाहिए. इनके सेवन से नई मां में होनेवाली शारीरिक कमजोरी को दूर करने में मदद मिलती है और बच्चे को सही पोषण मिलता है.
5- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में ताजे फलों और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए. इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है. इसके साथ ही फाइबर से भरपूर चीजों को खाने से मां और बच्चे की सेहत अच्छी बनी रहती है.
गौरतलब है कि बच्चे के जन्म के बाद नई मां को मिलने वाला पोषण बच्चे की सेहत के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. यही वजह है कि डॉक्टर भी दूध पिलाने वाली महिलाओं को सादा लेकिन पौष्टिक तत्वों से भरपूर आहार लेने की सलाह देते हैं, ताकि मदर्स मिल्क में इजाफा हो और बच्चे को सही मात्रा में पोषण मिले.