Health Tips: प्रतिदिन पीयें एक गिलास मौसंबी का जूस!  रहेंगे चुस्त-दुरुस्त एवं तमाम बीमारियों से दूर!
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits Pexels)

Health Tips: वातावरण में गरमाहट आने के साथ ही मौसंबी के रस का इस्तेमाल बढ़ जाता है. मौसंबी का ताजा रस शरीर में स्फूर्ति लाता है, और शरीर को भरपूर ऊर्जा प्रदान करता है. बहुत से लोग इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें नमक अथवा चाट मसाला मिलाकर इसका सेवन करते हैं. यद्यपि चिकित्सकों का कहना है कि मरीजों को केवल मौसंबी जूस देना ही लाभप्रद होता है. डायटीशियंस की मानें तो मौसंबी में नींबू के हर तत्व विद्यमान होने और स्वाद में मीठा होने के कारण डॉक्टर मरीजों को इसके ज्यादा से ज्यादा सेवन करने की सलाह देते हैं. यहां हम मौसंबी के कुछ विशिष्ठ गुणों की बात करेंगे कि कैसे मौसंबी का ताजा जूस हमारी सेहत और सौंदर्य की रक्षा करता है. यह भी पढ़े: Health Tips: हड्डियों को स्वस्थ रखने और हड्डी रोग से बचने के लिये जरूर रखें इन बातों का ध्यान

* विटामिन C का पावर हाउस!

मौसंबी का ताजा जूस विटामिन C (Ascorbic Acid) का समृद्ध स्रोत माना जाता है, जो शारीरिक एक्टिविटीज के साथ-साथ शरीर को सेहतमंद बनाने में अहम् भूमिका निभाता है. यह हमारे शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है. न्यूट्रिशनिस्टों (Nutritionists) का भी मानना है कि मौसंबी का ताजा रस विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर तनाव और प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों को बेअसर करके सही डिटॉक्सिफाइंग का कार्य करता है.

* प्रतिरक्षा तंत्र (Immune Systems) को मजबूत करता है!

मौंसंबी का जूस एंटीऑक्सीडेंट का प्रमुख स्त्रोत है, जो शरीर की सूजन को कम करने, इम्यून सिस्टम को विनियमित करने और संक्रमण के प्रतिरोध को कम करने में मदद करता है.

* सामान्य सर्दी का इलाज करता है!

मौसम परिवर्तन के इस दौर में सर्दी-जुकाम के लिए मौसंबी का रस बहुत लाभ पहुंचाता है. क्योंकि इसमें निहित विटामिन-सी शरीर को सामान्य सर्दी से बचाता है. सर्दी लगने की स्थिति में इसे गुनगुना करके पीना चाहिए.

* पाचन क्रिया दुरुस्त करता है!

मौसंबी के रस में कई महत्वपूर्ण घटकों के साथ-साथ फाइबर भी प्रचुर मात्रा में होता है. यह सामान्य पाचन क्रिया को नियंत्रित करता है, आंतों को स्वस्थ रखता है, जिसकी वजह से कब्जियत से राहत मिलती है.

* स्कर्वी रोग के लिए!

शरीर में विटामिन C की कमी से स्कर्वी रोग के अटैक की संभावना बढ़ जाती है. इस रोग में जांघ और पैरों में चकत्ते पड़ने लगते हैं और थकान महसूस होती है. लापरवाही बरतने पर मसूढ़ों में सूजन आने के साथ दांत भी कमजोर होने लगते हैं. चूंकि मौसंबी के ताजे जूस में विटामिन C प्रचुर मात्रा में उपस्थित होता है, इसलिए अगर इसका नियमित सेवन किया जाये तो स्कर्वी रोग का जोखिम कम हो जाता है.

* ऊर्जा बढ़ाता है!

प्रतिदिन मौसंबी का ताजा जूस पीने से कमजोरी और थकान कम होती है, और ऊर्जा में वृद्धि होती है, तथा शरीर में चुस्ती-स्फूर्ति बनी रहती है. कमजोरी महसूस होने पर दिन में एक या दो बार मौसंबी का ताजा जूस जरूर पीना चाहिए.

* मांसपेशियों की ऐठन कम करता है!

अकसर कुछ लोगों को मांसपेशियों में तनाव अथवा ऐंठन की शिकायत होती है. ऐसे लोगों को मौसंबी का ताजा जूस पीना चाहिए, यह असमय मांसपेशियों में होने वाली ऐठन को दूर करता है. आहार विशेषज्ञों के अनुसार व्यायाम के पश्चात मौसंबी का रस पीने से शरीर हाइड्रेड रहता है.

* आंखों की रोशनी तेज करता है!

मौसंबी का ताजा रस एंटीबैक्टीरियल, एंटी फंगल, एंटी मिक्रोबियल जैसे अनेकों तत्वों से भरपूर होता है, साथ ही इसमें विटामिन C भी प्रचुर मात्रा में होता है, जो आंखों की रोशनी को लंबे समय तक तेज बनाये रखने में अहम भूमिका निभाता है, तथा मोतियाबिंद को पनपने से बचाता है. इसलिए प्रतिदिन एक गिलास मौसंबी का ताजा जूस अवश्य पीना चाहिए. मौसंबी के रस का नियमित सेवन करने वालों को जीवन में चश्मा पहनने की जरूरत नहीं होती.

* त्वचा को स्वस्थ एवं स्निग्ध रखता है!

अच्छी एवं स्वस्थ त्वचा के लिए प्रतिदिन एक गिलास मौसंबी का रस अवश्य पीना चाहिए. क्योंकि इसमें खनिजों एवं विटामिन्स की प्रचुर मात्रा होती है, जो त्वचा को स्वस्थ रखता है और बाहरी संक्रमण से बचाता है. मौसंबी के ताजे रस में विटामिन C के कारण त्वचा ग्लो रहता है.

* मोटापा दूर करता है!

मौसंबी में कैलोरीज की मात्रा बहुत कम होती है. इसलिए अगर इसका नियमित सेवन किया जाये तो यह शरीर के वजन को बढ़ने नहीं देता. मोटापा से बचने अथवा वजन कम करने के लिए बेहतर होगा कि मौसंबी के रस में शहद मिलाकर इसका सेवन किया जाना चाहिए. यह दोहरा लाभ पहुंचाता है.