Banana Flowers: पकवान ही नहीं, सेहत और सौन्दर्य के लिए भी जबरदस्त है केले के फूल
केले का फूल (Photo Credits: Wikimedia Commons)

केला उन वेजिटेबल्स में शामिल है, जिनके पत्तों से लेकर जड़ तक पकवानों के साथ-साथ सेहत और सौन्दर्य के लिए के लिए अक्सर इस्तेमाल में लाये जाते हैं. केले के फूलों में प्रचुर मात्रा में मिनरल्स होते हैं. इसका सेवन कच्चा या पकाकर किसी भी तरह से किया जा सकता है. इनमें फाइबर, प्रोटीन, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, तांबा, फास्फोरस और विटामिन ई जैसे स्वास्थ्यवर्धक पदार्थ पाए जाते हैं. इससे स्वादिष्ट सूप, सलाद के अलावा फ्राई करके भी खाया जा सकता है.

केले के फूलों में एसिड, टैनिन, फ्लेवोनोइड और अन्य एंटीऑक्सिडेंट्स निहित होते हैं, जो कैंसर और हृदय रोग की आशंका को कम करने में मदद करते हैं. आइये जाने केले के एक फूल में कितने सारे गुण छिपे होते हैं. यह भी पढ़े: Want to Improve Your Sexual Drive? केले के सेवन से आपकी सेक्स लाइफ में आएंगे ये चमत्कारिक सुधार

हिमोग्लोबिन बढ़ाता है

महिलाओं में अक्सर एनीमिया की शिकायत सुनने को मिलती है, दरअसल केले के फूलों पर्याप्त मात्रा में आयरन होते हैं. इसके सेवन से हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाई जा सकती है.

ब्लड शुगर नियंत्रित करता है.

केले का फूल ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है. इसीलिए इसे मधुमेह के लिए रामबाण माना जाता है.

तनाव कम करता है

केले के पूरी तरह तैयार फूलों (कली नहीं) में एंटी डिप्रेसेंट तत्व होते हैं जो मानसिक तनाव से ग्रस्त रोगों से बचाते हैं और हल्का महसूस करते हैं.

पीरियड की पीड़ा से राहत दिलाता है

लड़कियों में पीरियड के दौरान ज्यादा पीड़ा के साथ ब्लीडिंग हो तो केले के फूल को दही के साथ मिलाकर खाने से राहत मिलती है.

उम्र को हावी नहीं होने देता

अगर आप लंबी उम्र तक चुस्त-दुरुस्त दिखना चाहते हैं, तो केले के ताजे फूलों के लेप में अच्छे ब्रांड के फेस क्रीम, मॉयश्चराइजर में मिलाकर इस्तेमाल कर सकते या सकती हैं. इससे चेहरे की झुर्रियां कम होती है.

बालों में शाइनिंग लाता हैै:

अक्सर रूसी के कारण समय से पहले बाल गिरने की शिकायत सुनने को मिलती है, ऐसे में केले के फूल के हेयर पैक का इस्तेमाल करने से समस्या दूर हो जाती है. इसके अलावा केले का हेयर पैक बालों की ग्रोथ को भी दुरुस्त रखता है.

किडनी की सुरक्षा करता है;

किडनी को स्वस्थ रखने के लिए केले के फूल का उपयोग किया जा सकता है. दरअसल, इसमें नेफ्रोपोट्रैक्टिक गतिविधि (होती है. मतलब ऐसा प्रभाव, जो किडनी को किसी भी तरह की हानि से बचाने में मदद कर सकता है.