Vijay Diwas 2024 Wishes: विजय दिवस की हार्दिक बधाई! अपनों संग शेयर करें ये हिंदी WhatsApp Messages, Quotes और Facebook Greetings
सन 1971 में पाकिस्तान पर निर्णायक जीत का जश्न मनाने के लिए हर साल 16 दिसंबर को भारत में विजय दिवस मनाया जाता है. 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. इस अवसर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स को शेयर करके विजय दिवस की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
Vijay Diwas 2024 Wishes in Hindi: भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच जब सन 1971 में युद्ध हुआ था, तब इस युद्ध में तकरीबन 8 हजार पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई थी, जबकि भारत के करीब 2,908 सैनिक पाकिस्तानी सेना से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे. ऐसे में इस युद्ध में वीरगति को प्राप्त होने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस (Vijay Diwas) मनाया जाता है, जबकि बांग्लादेश में इसे बिजोय दिवस (Bijoy Dibosh) या फिर बांग्लादेश मुक्ति दिवस (Bangladesh Mukti Diwas) के तौर पर मनाया जाता है. दरअसल, भारत-पाक युद्ध (India-Pakistan War) के परिणामस्वरूप बांग्लादेश अस्तित्व में आया था.
सन 1971 में पाकिस्तान पर निर्णायक जीत का जश्न मनाने के लिए हर साल 16 दिसंबर को भारत में विजय दिवस मनाया जाता है. 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. इस अवसर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स को शेयर करके विजय दिवस की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
1- खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,
मर कर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूं उन्हें सलाम ऐ वतन पर मिटने वालों,
तुम्हारी हर सांस में तिरंगे का नसीब बसता है.
विजय दिवस की हार्दिक बधाई
2- मैं मुल्क की हिफाजत करूंगा,
ये मुल्क मेरी जान है,
इसकी रक्षा के लिए,
मेरा दिल और जान कुर्बान है.
विजय दिवस की हार्दिक बधाई
3- जो देश के लिए शहीद हुए,
उनको मेरा सलाम है,
अपने खून से जिसने जमीं को सींचा,
उन बहादुरों को सलाम है.
विजय दिवस की हार्दिक बधाई
4- लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है,
उछल रहा है जमाने में नाम-ए-आजादी.
विजय दिवस की हार्दिक बधाई
5- मेरे शरीर से आती है वतन की मिट्टी की खुशबू,
दुश्मनों को चटाता हूं धूल,
आसमान को भी भर लूं मुट्ठी में,
मैं रेगिस्तान में भी खिला दूं फूल,
विजय दिवस की शुभकामनाएं
बता दें कि आजादी के बाद से पाकिस्तान लगातार बांग्लादेश पर दबाव और तानाशाही कर रहा था. ऐसे मं भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पूर्वी पाकिस्तान यानी बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में समर्थन देने का वादा किया था. इंदिरा गांधी की इस घोषणा के बाद भारत ने अपनी सेनाओं को आदेश दिया कि वे पाकिस्तानी सेनाओं को बांग्लादेश से खदेड़ दिया, जिसके बाद 1971 में भारत-पाक के बीच बड़ा युद्ध हुआ और भारत इसमें विजयी हुआ. भारत-पाकिस्तान के इस युद्ध की वजह से बांग्लादेश का नए राष्ट्र के तौर पर निर्माण हुआ.