Vijay Diwas 2024 Messages: विजय दिवस पर देशभक्ति वाले इन हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, GIF Greetings को भेजकर दें शुभकामनाएं
1971 के युद्ध में पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बांग्लादेश को अलग देश बनाने में भारत ने अहम भूमिका निभाई थी. 14 दिसंबर को भारतीय वायु सेना ने हमला करके ढाका में पाकिस्तान के गवर्नर का घर तबाह कर दिया था, इसके बाद गर्वनर ने अपने प्रमुख अधिकारियों के साथ पद से इस्तीफा दे दिया था. इस अवसर पर आप देशभक्ति वाले इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर विजय दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Vijay Diwas 2024 Messages in Hindi: हर साल 16 दिसंबर को भारत में जहां विजय दिवस मनाया जाता है तो वहीं बांग्लादेश में इसे बिजोय दिवस (Bijoy Dibosh) या फिर बांग्लादेश मुक्ति दिवस (Bangladesh Mukti Diwas) के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है. देश के इतिहास में यह एक ऐसी तारीख के तौर पर दर्ज है, जब 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध (India-Pakistan War) में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान पर जीत हासिल की थी, इसलिए हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस (Vijay Diwas) मनाया जाता है. इसी दिन भारतीय सैनिकों ने अपनी वीरता और साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. भारत-पाकिस्तान के बीच हुए 1971 के इस युद्ध में पाक बुरी तरह से हिल गया और उसे शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा, फिर जनरल नियाजी ने युद्ध विराम का प्रस्ताव भेजा.
1971 के युद्ध में पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बांग्लादेश को अलग देश बनाने में भारत ने अहम भूमिका निभाई थी. 14 दिसंबर को भारतीय वायु सेना ने हमला करके ढाका में पाकिस्तान के गवर्नर का घर तबाह कर दिया था, इसके बाद गर्वनर ने अपने प्रमुख अधिकारियों के साथ पद से इस्तीफा दे दिया था. इस अवसर पर आप देशभक्ति वाले इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर विजय दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
गौरतलब है कि 1971 के इस युद्ध के 13वें दिन भारतीय सेना के जनरल जैकब को सेना प्रमुख मानेकशॉ ने संदेशा भिजवाया था कि वो फौरन ढाका पहुंचे और पाकिस्तान सेना के आत्मसमर्पण की तैयारी करें. 16 दिसंबर को भारतीय सेना के सामने पाकिस्तानी सेना के 93,000 जवानों ने आत्मसमर्पण किया था. इस युद्ध में करीब 3,900 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, जबकि 9,851 घायल हुए थे. वहीं पाकिस्तान के कई हजार सैनिकों ने इस युद्ध में अपनी जान गंवाई थी.