Uttarayan 2024 Wishes: उत्तरायण की इन शानदार हिंदी WhatsApp Messages, Facebook Greetings, Quotes के जरिए दें प्यार भरी शुभकामनाएं
मकर संक्रांति पर सूर्यदेव का मकर राशि में गोचर करना अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होना माना जाता है, इसलिए मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की विशेष पूजा की जाती है. इस अवसर पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स और कोट्स के जरिए उत्तरायण की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Uttarayan 2024 Wishes in Hindi: देशभर में तब मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है, जब नवग्रहों के राजा सूर्यदेव धनु राशि से निकलकर अपने पुत्र शनिदेव की राशि मकर (Makar) में प्रवेश करते हैं. फसलों को समर्पित इस त्योहार को नए साल का पहला पर्व माना जाता है, जिसे देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. गुजरात (Gujarat) में मकर संक्रांति को उत्तरायण (Uttarayan) के नाम से मनाया जाता है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है. इस साल उत्तरायण का पर्व 15 जनवरी 2024 को मनाया जा रहा है. दरअसल, जब तक सूर्यदेव कर्क से धनु राशि में रहते हैं, तब तक वो दक्षिणायन होते हैं और जब सूर्यदेव मकर से मिथुन राशि में रहते हैं तो इस समय वो पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध की ओर गति करते हैं, जिसे उत्तरायण कहते हैं.
उत्तरायण को सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है, क्योंकि इस समय सूर्य की रोशनी अधिक समय तक पृथ्वी पर रहती है. मकर संक्रांति पर सूर्यदेव का मकर राशि में गोचर करना अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होना माना जाता है, इसलिए मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की विशेष पूजा की जाती है. इस अवसर पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स और कोट्स के जरिए उत्तरायण की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- दिल में है छाई मस्ती,
मन में भरी है उमंग,
उड़ती हैं पतंगें रंग-बिरंगी,
आसमान में छाया उत्तरायण का रंग.
शुभ उत्तरायण
2- मीठी बोली, मीठी जुबान
मकर संक्रांति का है यही पैगाम.
शुभ उत्तरायण
3- गुड़ की मिठास,
पतंगों की आस,
संक्रांति में मनाओ,
जम कर उल्लास.
शुभ उत्तरायण
4- मुंगफली की खुशबू,
और गुड़ की मिठास,
दिलों में खुशी और
अपनो का प्यार,
मुबारक हो आपको
मकर संक्रांति का त्योहार.
शुभ उत्तरायण
5- हर पतंग जानती है,
अंत में कचरे मे जाना है,
लेकिन उसके पहले हमें,
आसमान छूकर दिखाना है,
बस ज़िंदगी भी यही चाहती है.
शुभ उत्तरायण
हिंदू धर्म में उत्तरायण को बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि उत्तरायण से देवताओं के दिन की शुरुआत होती है, जबकि दक्षिणायन को देवताओं के लिए रात कहा जाता है. जब सूर्य उत्तरी गोलार्ध में होते हैं तो दिन बड़े होने लगते हैं और सूर्य का प्रकाश अधिक मात्रा में हमें प्राप्त होता है. सूर्य के इसी प्रकाश से फसलें पकती हैं, समुद्र का पानी भाप बनकर उड़ता है और बारिश होती है. इन सभी वजहों से सूर्य का उत्तरी गोलार्ध में आना काफी शुभ माना जाता है.