Uttarayan 2024 Greetings: हैप्पी उत्तरायण! प्रियजनों संग शेयर करें ये मनमोहक WhatsApp Stickers, HD Images, Wallpapers और Photo SMS

उत्तरायण का लुत्फ उठाने के लिए लोग छतों पर आकर आसमान में विभिन्न आकारों और रंगीन पतंगों को उड़ाकर पतंगबाजी करते हैं. इस दो दिवसीय पर्व के दौरान लोग चिक्की, सूखे मेवे और तिल से बनी मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं. ऐसे में आप इन मनमोहक ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स और फोटो एसएमएस के जरिए प्रियजनों को हैप्पी उत्तरायण कह सकते हैं.

उत्तरायण 2024 (Photo Credits: File Image)

Uttarayan 2024 Greetings in Hindi: देशभर में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का त्योहार आज (15 जनवरी 2024) बहुत धूमधाम से मनाया जा रहा है, जिसे गुजरात (Gujarat) में उत्तरायण (Uttarayan) के नाम से जाना जाता है. गुजरात में उत्तरायण की अनूठी छटा देखने को मिलती है और लोग इसे पूरे जोश व उत्साह के साथ सेलिब्रेट करते हैं. दरअसल, हिंदू पंचांग के अनुसार, एक साल को दो भागों में बांटा गया है, जिसे अयन कहा जाता है. एक साल में सूर्यदेव अपनी स्थिति में दो बार परिवर्तन करते हैं, जिसे दक्षिणायन और उत्तरायण कहा जाता है. जब सूर्यदेव कर्क से धनु राशि तक की यात्रा करते हैं तो उस अवधि को दक्षिणायन कहा जाता है, वहीं जब सूर्यदेव मकर राशि से मिथुन राशि तक की यात्रा करते हैं, उस दौरान की अवधि को उत्तरायण कहते हैं.

गुजरात में मकर संक्रांति को उत्तरायण और उसके अगले दिन को वासी उत्तरायण कहा जाता है. इस पर्व का लुत्फ उठाने के लिए लोग छतों पर आकर आसमान में विभिन्न आकारों और रंगीन पतंगों को उड़ाकर पतंगबाजी करते हैं. इस दो दिवसीय पर्व के दौरान लोग चिक्की, सूखे मेवे और तिल से बनी मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं. ऐसे में आप इन मनमोहक ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स और फोटो एसएमएस के जरिए प्रियजनों को हैप्पी उत्तरायण कह सकते हैं.

1- उत्तरायण की शुभकामनाएं

उत्तरायण 2024 (Photo Credits: File Image)

2- उत्तरायण की हार्दिक बधाई

उत्तरायण 2024 (Photo Credits: File Image)

3- हैप्पी उत्तरायण

उत्तरायण 2024 (Photo Credits: File Image)

4- उत्तरायण 2024

उत्तरायण 2024 (Photo Credits: File Image)

5- शुभ उत्तरायण

उत्तरायण 2024 (Photo Credits: File Image)

दरअसल, मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव धनु राशि छोड़कर अपने पुत्र शनिदेव की मकर राशि में प्रवेश करते हैं. इस दिन सूर्यदेव उत्तरायण होते हैं, इसलिए इसका विशेष महत्व बताया जाता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान के बाद दान-पुण्य जैसे कर्म किए जाते हैं. मान्यता है कि सूर्य के उत्तरायण से देवताओं के दिन शुरु होते हैं, जबकि दक्षिणायन को देवताओं की रात्रि माना जाता है, इसलिए सूर्य के उत्तरायण होने पर मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और दान का महत्व कई गुना अधिक बढ़ जाता है.

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