हिंदू मान्यताओं के अनुसार भगवान भास्कर यानी सूर्य देव रविवार के शासक बताये जाते हैं. इसलिए रविवार के दिन कुछ विशेष सूर्य-मंत्रों के जाप एवं सूर्य देव का अनुष्ठान करने से आपकी कई समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है. अगर आप भी किसी तरह की शारीरिक अथवा मानसिक समस्याओं से गुजर रहे हैं तो रविवार के दिन सूर्य देव के अमुक मंत्रों का जाप नीचे बताये तरीकों से करें, आप अपनी सारी समस्याओं से निजात पा सकते हैं. बशर्ते इन सूर्य मंत्रों के जाप में उच्चारण का ध्यान रखना जरूरी होगा. अशुद्ध अथवा दोषपूर्ण उच्चारण उच्चारण पढ़े गये मंत्रों से बनता काम बिगड़ सकता है. आइये जानें किस सूर्य मंत्र में कितनी शक्ति है..
* अगर आप क्षय यानी तपेदिक से ग्रस्त हैं, आपका ब्लड प्रेशर अनियंत्रित रहता है, आप कफ से पीड़ित हैं तो सुबह उठकर स्नानादि के पश्चात सूर्य देव को जल अर्पित करते हुए निम्न मंत्र का 108 बार जाप करें. शीघ्र ही राहत मिलेगी. ये मंत्र है. Vat Purnima 2023 Messages: हैप्पी वट पूर्णिमा! शेयर करें ये शानदार हिंदी Shayaris, WhatsApp Wishes, GIF Greetings और Photo SMS
ॐ हृीं रवये नम:
* पेट से जुड़ी अथवा मलाशय से संबंधित किसी समस्या से पीड़ित हैं तो स्नानादि के पश्चात पूजा के समय भगवान सूर्य का ध्यान करते हुए निम्न मंत्रों का 21 बार जाप करें. आपको लाभ मिलेगा.
ॐ हृों खगाय नम:
* तमाम इलाज के बावजूद अगर आपकी सेहत में सुधार नहीं हो रहा है, कोई भी कार्य करते हुए आप आलस्य या कमजोरी महसूस कर रहे हैं. तो रविवार के दिन स्नानादि के पश्चात जल में लाल पुष्प डालकर सूर्य को अर्पित करें तो लाभ हो सकता है.
ॐ हृां मित्राय नम:
* आर्थिक समस्याएं, लगातार बीमार रहने, एवं लंबी उम्र के लिए भगवान भास्कर का यह मंत्र काफी लाभकारी साबित हो सकता है. स्नान-ध्यान के पश्चात गीले कपड़ों में तांबे के लोटे में अक्षत एवं रोली तथा लाल पुष्प डालकर सूर्य को चढ़ाएं, इस दरम्यान निम्न मंत्र का 21 जाप करें.
ॐ सूर्याय शान्ताय सर्वरोग निवारिणे आयुररोग्य मैस्वैर्यं देहि देवः जगत्पते
* अगर आप किसी तरह के मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं, किसी भय अथवा चिंता से रात को पूरी नींद नहीं सो पा रहे हैं तो रविवार की प्रातःकाल स्नान-दान के पश्चात मंदिर में पूजा करते समय सूर्य देव की प्रतिमा को रोली का तिलक लगाकर निम्न मंत्र का 11 या 21 बार जाप करें, सारे तनाव दूर होंगे.
ॐ ह्वां सूर्याय नम:
* अगर आपकी संतान का मूड पढ़ाई में नहीं लग रहा है, अथवा कोई विशेष परीक्षा की तैयारी कर रहा है तो रविवार के दिन स्नान के पश्चात निम्न मंत्र का