नई दिल्ल: हिंदू धर्म में नागपंचमी त्यौहार प्रमुख त्यौहारों में से एक है. इस साल यह त्यौहार 15 अगस्त आजादी के दिन मनाया जा रहा है. इस साल नागपंचमी कुछ ज्यादा ही खास होगा क्योंकि 1980 के बाद इस साल पहली बार नाग देवता का पूजा करने को लेकर अच्छे दिन का संयोग मिल रहा है. नागपंचमी एक ऐसा त्यौहार है जिसमें भक्त नाग देवता की पूजा करते हैं और उन्हें दूध चढ़ाते हैं.
इस त्यौहार को लेकर मान्यता है कि नाग देवता को दूध चढ़ाने से भक्त के हर मनोकामना पूरी हो जाती है. और घर में लक्ष्मी का आगमन होता है. हिन्दू धर्म के वेदों में कहा गया है नागपंचमी के दिन नागों की पूजा करने के बाद घर में जो लक्ष्मी आती है वह कभी वापस नहीं जाती है.
कैसे करें पूजा
देश में इस दिन सर्प को देवता मानकर पूजा की जाती है. इस दिन पूजा की विशेष विधि होता है. इस दिन पूजा के लिए सुबह नहाकर सोने, चांदी या तांबे के नाग-नागिन की मूर्ति बनवाएं बनाकर उसकी पूजा करें. ये सब करने के बाद उनको किसी मंदिर के शिवलिंग पर चढ़ा देना. यदि आप ऐसा नही कर पाते हैं तो धातु के नाग-नागिन को नदी में बहा दें.