Shivrajyabhishek Sohala Wishes in Marathi: शिवराज्याभिषेक दिवस की इन मराठी WhatsApp Status, GIF Images, Facebook Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं
मराठा साम्राज्य की नींव रखने के बाद, उन्होंने एक अनुशासित सेना और एक सुव्यवस्थित प्रशासनिक निकाय की मदद से एक कुशल और प्रगतिशील प्रशासन प्रदान किया. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, आज (6 जून, 2023) शिव के राज्याभिषेक की 351वीं वर्षगांठ है. इस अवसर पर आप इन शानदार मराठी विशेज, वॉट्सऐप स्टेटस, जीआईएफ इमेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए शिवराज्याभिषेक दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Shivrajyabhishek Sohala Wishes in Marathi: मराठा साम्राज्य के संस्थापक और वीर योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक दिवस (Shivrajyabhishek Diwas) यानी शिवराज्याभिषेक सोहला (Shivrajyabhishek Sohala) को आज 351 साल हो गए हैं. शिवाजी महाराज (Shivaji Maharaj) ने एक स्वतंत्र मराठा साम्राज्य की स्थापना के लिए बीजापुर की आदिलशाही और मुगल साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. दरअसल, 6 जून 1674 को शिवाजी महाराज को राजा के रूप में ताज पहनाया गया, जिससे भारत में हिंदवी स्वराज्य की शुरुआत हुई, जबकि हिंदू कैलेंडर के अनुसार सन 1674 में ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रायगढ़ किले में शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक हुआ था. उनके राज्याभिषेक के बाद ही शिवाजी महाराज को छत्रपति की उपाधि मिली और वे छत्रपति कहलाए. इस ऐतिहासिक दिन को छत्रपति शिवाजी महाराज के रायगढ़ किले में शिवराज्याभिषेक दिवस के रूप में मनाया जाता है.
मराठा साम्राज्य की नींव रखने के बाद, उन्होंने एक अनुशासित सेना और एक सुव्यवस्थित प्रशासनिक निकाय की मदद से एक कुशल और प्रगतिशील प्रशासन प्रदान किया. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, आज (6 जून, 2023) शिव के राज्याभिषेक की 351वीं वर्षगांठ है. इस अवसर पर आप इन शानदार मराठी विशेज, वॉट्सऐप स्टेटस, जीआईएफ इमेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए शिवराज्याभिषेक दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- शिवराज्याभिषेक दिवस 2024
2- शिवराज्याभिषेक दिवस 2024
3- शिवराज्याभिषेक दिवस 2024
4- शिवराज्याभिषेक दिवस 2024
5- शिवराज्याभिषेक दिवस 2024
स्वराज्य को एक संप्रभु स्वतंत्र राज्य के रूप में सार्वभौमिक मान्यता दिलाने के लिए शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक आवश्यक था, इसलिए उनका राज्याभिषेक किया गया और वे शिवाजी महाराज से छत्रपति शिवाजी महाराज बन गए. छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक भारत के इतिहास की एक अत्यंत महत्वपूर्ण घटना थी.
राज्याभिषेक के बाद उन्हें छत्रपति की उपाधि मिली जिसका अर्थ है संप्रभु और सर्वशक्तिमान. उनके राज्याभिषेक के लिए विशेष रूप से 32 मन सोने का एक सिंहासन बनवाया गया था. अपने राज्याभिषेक के बाद, शिवाजी महाराज ने शिवशाक् नामक एक नए युग की शुरुआत की, जिसके बाद उन्होंने दो मुद्राए, शिवराय और मान बनाईं और प्रशासन के लिए मराठी भाषा का इस्तेमाल किया.