Shivaji Jayanti 2024 Messages in Hindi: छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) भारत के उन वीर सपूतों में से एक हैं, जिनकी शौर्यगाथा इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है. महान मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता की मिसाल सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि पूरे देश में दी जाती है और हर कोई उनका नाम बड़े ही गर्व से लेता है. वे एक महान देशभक्त होने के साथ ही एक कुशल प्रशासक और साहसी योद्धा थे, जिन्होंने राष्ट्र को मुगलों से आजाद कराने के उद्देश्य से मराठा साम्राज्य की नींव रखी थी. ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, उनका जन्म 19 फरवरी 1630 को शिवनेरी किले में हुआ था, तिथि के अनुसार उनकी जयंती (Shivaji Jayanti) आज (28 मार्च 2024) मनाई जा रही है. उनके पिता का नाम शहाजी राजे भोसले और माता का नाम जीजाबाई था. जिस दौर में शिवाजी का जन्म हुआ था, उस दौरान भारत मुगल आक्रमणकारियों से घिरा हुआ था.
शिवाजी महाराज ने महज 15 साल की उम्र में हिंदू साम्राज्य को स्थापित करने के लिए पहला आक्रमण किया था. उन्होंने बीजापुर पर हमला किया और कुशल रणनीति व गोरिल्ला युद्ध नीति का इस्तेमाल करके बीजापुर के शासक आदिलशाह को मौत के घाट उतार दिया और बीजापुर के चार किलों पर कब्जा कर लिया. तिथिनुसार शिवाजी जयंती पर आप इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स के जरिए अपनों को बधाई दे सकते हैं.
1- मां ने चलना सिखाया,
पिता ने मुझे बोलना सिखाया,
और शिवाजी महाराज ने,
हमें जीना सिखाया.
हैप्पी शिवाजी जयंती
2- दुश्मनों के सम्मुख जिनके शीश नहीं झुकते हैं,
वही अपना इतिहास स्वर्ण अक्षरों में लिखते हैं.
हैप्पी शिवाजी जयंती
3- शूरवीरों की है यह धरती,
वीर शिवाजी पालनहार,
बुराई जिससे डरकर भागे,
ऐसी गूंजी है हुंकार.
हैप्पी शिवाजी जयंती
4- बिना रुके हर कठिनाई में कदम बढ़ाना.
आसान नहीं है मातृभूमि पर शीश चढ़ाना.
हैप्पी शिवाजी जयंती
5- हम शेर हैं, शेरों की तरह हंसते हैं,
क्योंकि हमारे दिलों में,
छत्रपति शिवाजी राजे बसते हैं.
हैप्पी शिवाजी जयंती
गौरतलब है कि शिवाजी महाराज ने सन 1674 में पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी थी. इस दौरान उन्हें औपचारिक तौर पर छत्रपति या मराठा साम्राज्य के सम्राट के रूप में ताज पहनाया गया. इसके बाद 3 अप्रैल 1680 को गंभीर बीमारी के कारण शिवाजी महाराज ने पहाड़ी दुर्ग राजगढ़ में अपने प्राण त्याग दिए. उनके योगदान के कारण ही उन्हें 'मराठा गौरव' कहा जाता है. बता दें कि शिवाजी जयंती मनाने की शुरुआत सन 1870 में पुणे में महात्मा ज्योतिराव फुले द्वारा की गई थी.