Sai Baba Punyatithi 2020 Date: शिरडी के साईं बाबा की पुण्यतिथि कब है? देखें आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तिथियां और पूरा शेड्यूल

हर साल शिरडी के साई बाबा की पुण्यतिथि विजयादशमी यानी दशहरा के दिन मनाई जाती है, जिसे शिरडी साई बाबा महासमाधि दिवस के नाम से जाना जाता है. इस साल शिरडी के साई बाबा की पुण्यतिथि 25 अक्टूबर 2020 को पड़ रही है. शिरडी मंदिर में पुण्यतिथि उत्सव का बहुत महत्व है. लोकप्रिय मान्यता के अनुसार साई बाबा ने 15 अक्टूबर 1918 को विजयादशमी के दिन महासमाधि ले ली थी.

शिरडी के साईं बाबा (Photo Credits: Facebook)

Sai Baba Punyatithi 2020 Date: हिंदू और मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोग शिरडी के साईं बाबा (Shirdi Sai Baba) के प्रति आस्था और विश्वास रखते हैं. यही वजह है कि साईं बाबा के दरबार (Shirdi Sai Baba Temple) में हमेशा भक्तों की कतार लगी रहती है. कहा जाता है कि श्रद्धा और सबुरी का पाठ पढ़ाने वाले साईं बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने वाले भक्त कभी खाली हाथ नहीं लौटते हैं. उनके दर से हर भक्त अपने मुरादों की झोल भरकर वापस जाता है. साईं बाबा पुण्यतिथि (Sai Baba Punyatithi) के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए हर साल दुनिया भर से लाखों भक्त शिरडी (Shirdi) पहुंचते हैं. हालांकि इस साल कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के कारण पुण्यतिथि के दौरान आयोजित होने वाले उत्सव में सीमित संख्या में लोग शिरकत कर सकेंगे.

दरअसल, हर साल शिरडी के साई बाबा की पुण्यतिथि (Shirdi Sai Baba Punyatithi) विजयादशमी यानी दशहरा के दिन मनाई जाती है, जिसे शिरडी साई बाबा महासमाधि दिवस (Shirdi Sai Baba Mahasamadhi Divas) के नाम से जाना जाता है. इस साल शिरडी के साई बाबा की पुण्यतिथि 25 अक्टूबर 2020 को पड़ रही है. शिरडी मंदिर में पुण्यतिथि उत्सव का बहुत महत्व है. लोकप्रिय मान्यता के अनुसार साई बाबा ने 15 अक्टूबर 1918 को विजयादशमी (Vijayadashami) के दिन महासमाधि ले ली थी. माना जाता है इस दिन उन्होंने देह का त्याग कर दिया था, लेकिन उनकी उपस्थिति शिरडी में आज भी है और कई भक्त इसे महसूस भी करते हैं.

आयोजित किए जाते हैं ये कार्यक्रम

इस साल साई बाबा की 102वीं पुण्यतिथि मनाई जाएगी. हालांकि हर साल उनकी पुण्यतिथि पर चार दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. जिसमें पूजा, भजन व सार्वजनिक पारायणी (भक्ति शास्त्रों का पाठ), पालकी और रथ यात्रा शामिल है. इस दौरान एक दिन समाधि मंदिर पूरी रात खुला रहता है और उस दौरान भजन व कव्वाली गाए जाते हैं. इस साल तीन दिवसीय उत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसमें श्री साई बाबा काकड़ आरती, श्री साई बाबा पोथी के चित्रण की प्रक्रिया, द्वारकामाई में श्री साई सतचरित्र का अखंड पारायण, रथ जुलूस जैसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान शामिल हैं. यह भी पढ़ें: Shirdi Sai Baba Punyatithi 2019: शिरडी के साईं बाबा की 101वीं पुण्यतिथि कब है, देखें 4 दिनों तक आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की पूरी लिस्ट

साई बाबा पुण्यतिथि का पूरा शेड्यूल

साई बाबा पुण्यतिथि कार्यक्रम- 24 अक्टूबर से 26 अक्टूबर 2020 तक

साई बाबा महासमाधि दिवस- 25 अक्टूबर 2020

24 अक्टूबर 2020- पहले दिन का समारोह

25 अक्टूबर 2020- दूसरे दिन का समारोह

26 अक्टूबर 2020- आखिरी दिन का समारोह

गौरतलब है कि साई बाबा का जन्म 27 सितंबर 1830 को महाराष्ट्र के परभणी जिले के पाथरी गांव में हुआ था. उनके पिता परशुराम शुसारी को गोविंद भाऊ और माता अनुसूया को देवकी अम्मा कहकर पुकारा जाता था. साई बाबा ने 15 अक्टूबर 1918 को शिरडी में समाधी ले ली थी. उन्हें भगवान दत्तात्रेय का अवतार और सगुण ब्रह्म कहा जाता है. वे एक ऐसे संत थे, जिन्होंने दो समुदायों के बीच मनमुटाव को दूर करने और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने हमेशा अपने शरण में आए लोगों को बिनी किसी भेदभाव के अपनाया.

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