Republic Day 2025 Sanskrit Wishes: संस्कृत में कहें ‘गणतंत्रदिवसः शुभाशयाः’, दोस्तों-रिश्तेदारों संग शेयर करें ये शानदार Quotes, Facebook Greetings और WhatsApp Messages
गणतंत्रदिवसः शुभाशयाः 2025 (Photo Credits: File Image)

Republic Day 2025 Sanskrit Wishes: अंग्रेजी हुकूमत से आजादी पाने के बाद आजाद भारत में 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान (Indian Constitution) को लागू किया गया था और भारत गणतांत्रिक देश बन गया, इसलिए हर साल 26 जनवरी को देशभर में गणतंत्र दिवस (Republic Day) का जश्न धूमधाम से मनाया जाता है. इस साल (26 जनवरी 2025) भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस (76th Republic Day) मना रहा है, जो हर हिंदुस्तानी के लिए बेहद खास है. भारत में गणतंत्र दिवस का अत्यधिक महत्व बताया जाता है, क्योंकि यह दिन भारत के संविधान को अपनाने का प्रतीक है. यह दिवस संविधान में अंतर्निहित लोकतांत्रिक सिद्धांतों को रेखांकित करता है और भारत की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता है.

गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने के लिए कई रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस दिन तिरंगा फहराकर लोग इसकी आन-बान और शान को सलाम करते हैं, सभी एकजुट होकर एक संप्रभु राष्ट्र की भावना और आत्मा का जश्न मनाते हैं. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन विशेज, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, वॉटस्ऐप मैसेजेस को दोस्तों-रिश्तेदारों संग शेयर कर संस्कृत में गणतंत्रदिवसः शुभाशयाः कह सकते हैं.

1- आशासे यत् प्रजासत्ताकदिनस्य भवतु मङ्गलकरम् अद्भुतकरञ्च।
जीवनस्य सकलकामनासिद्धिरस्तु।
भावार्थ- मुझे उम्मीद है कि गणतंत्र दिवस आपके लिए एक सुखद आश्चर्य लेकर आएगा.
आप जीवन में जो कुछ भी चाहते हैं, वह आपको मिले.

गणतंत्रदिवसः शुभाशयाः 2025 (Photo Credits: File Image)

2- तुमि विद्या तुमि धर्म तुमि हरि तुमि कर्म।
त्वम हि प्राणा: शरीरे। वन्दे मातरम्‌।।
भावार्थ- तू ही मेरा ज्ञान, तू ही मेरा धर्म है, तू ही मेरा अंतर्मन, तू ही मेरा लक्ष्य, तू ही मेरे शरीर का प्राण
है. वंदे मातरम्

गणतंत्रदिवसः शुभाशयाः 2025 (Photo Credits: File Image)

3- अत्यद्भुतं ते भवतु गणतन्त्रदिवसम्!
भावार्थ- आप सभी के लिए गणतंत्र दिवस मंगलमय हो.

गणतंत्रदिवसः शुभाशयाः 2025 (Photo Credits: File Image)

4- ऐक्यं बलं समाजस्य तदभावे स दुर्बलः।
तस्मात् ऐक्यं प्रशंसन्ति दृढं राष्ट्रहितैषिणः।।
भावार्थ- एकता हमारे समाज की वह शक्ति है जिसके बिना हम दुर्बल हैं. अतः देश के लिए अच्छा
सोचने वाले एकता को प्रोत्साहित करते हैं.

गणतंत्रदिवसः शुभाशयाः 2025 (Photo Credits: File Image)

5- अत्र जन्म सहस्राणां सहस्रैरपि सत्तम।
कदाचिल्लभते जन्तुर्मानुष्यं पुण्यसञ्चयात्।।
भावार्थ- सैंकड़ों जन्मों के पश्चात् पुण्य जागने पर ही किसी को भारत की भूमि पर मनुष्य के रूप में
जन्म मिलता है.

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बहरहाल, गणतंत्र दिवस उस ऐतिहासिक क्षण की याद दिलाता है, जब भारतीय संविधान को आधिकारिक तौर पर लागू किया गया और भारत गणतांत्रिक देश बन गया. दरअसल, संविधान सभा की मसौदा समिति के अध्यक्ष डॉ. बीआर आंबेडकर (Dr. Babasaheb Ambedkar) की अध्यक्षता में संविधान सभा का पहला सत्र 9 दिसंबर 1946 को आयोजित किया गया था, जबकि इसका अंतिम सत्र 26 नवंबर 1949 को हुआ था. संपूर्ण देश में संविधान लागू होने की याद में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है.