Raksha Bandhan 2020 Wishes & HD Photos: रक्षा बंधन के शुभ अवसर पर इन मनमोहक हिंदी GIF Greetings, Facebook Messages, WhatsApp Stickers, Images, Wallpapers को भेजकर अपने भाई-बहन से जताएं प्यार
रक्षा बंधन पर बहनें अपने भाई को प्यार से राखी बांधती है तो भाई अपनी बहन को उपहार देकर उसके चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश करता है. इस दिन बहन-भाई सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे से हैप्पी रक्षा बंधन जरूर करते हैं. आप भी रक्षा बंधन पर इन मनमोहक हिंदी ग्रीटिंग्स, मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, इमेजेस, वॉलपेपर्स, विशेज, फोटोज के जरिए अपने भाई-बहन को प्यार भरी शुभकामनाएं दे सकते हैं
Raksha Bandhan 2020 Wishes In Hindi: आज (3 अगस्त 2020) देश भर में भाई-बहन के अटूट बंधन, स्नेह और विश्वास के प्रतीक का खास पर्व रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) मनाया जा रहा है. रक्षा बंधन के दिन बहनें शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) में अपने भाई (Brother) की कलाई पर राखी (Rakshi) बांधकर उसके मंगल की कामना करती हैं और बदले में भाई भी अपनी बहन (Sister) की जीवन भर रक्षा करने का वचन देता है. राखी बांधने के लिए अपनी थाली में रोली, चंदन, अक्षत, दही, राखी या रक्षासूत्र, मिठाई और घी का दीपक रखें. भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुंह करवाकर बिठाएं. सबसे पहले उसे तिलक लगाएं, फिर तिलक पर अक्षत लगाएं. अब रक्षासूत्र या राखी बांधकर उसकी आरती उतारें और आखिर में मिठाई खिलाकर भाई की मंगल कामना करें.
भाई-बहन भले ही एक-दूसरे से कितने ही दूर क्यों न हों, लेकिन सावन पूर्णिमा यानी रक्षा बंधन की पावन तिथि पर एक-दूसरे से जरूर मिलते हैं. बहनें अपने भाई को प्यार से राखी बांधती है तो भाई अपनी बहन को उपहार देकर उसके चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश करता है. इन सबके साथ इस दिन बहन-भाई सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे से हैप्पी रक्षा बंधन जरूर करते हैं. आप भी रक्षा बंधन के शुभ अवसर पर इन मनमोहक हिंदी ग्रीटिंग्स, फेसबुक मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, इमेजेस, वॉलपेपर्स, विशेज और एचडी फोटोज के जरिए अपने भाई-बहन को प्यार भरी शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- हैप्पी रक्षा बंधन
2- हैप्पी रक्षा बंधन
3- हैप्पी रक्षा बंधन
4- हैप्पी रक्षा बंधन
5- हैप्पी रक्षा बंधन
रक्षा बंधन से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, जिसमें राजा बलि और माता लक्ष्मी की कथा का बड़ा महत्व बताया जाता है. कहा जाता है कि राक्षसों के राजा बलि ने भगवान विष्णु की उपासना कर उनसे पाताल लोक में निवास करने का आग्रह किया. श्रीहरि अपने भक्त के निवेदन पर पाताल लोक चले गए, जिसके बाद माता लक्ष्मी ने उन्हें वापस वैकुंठ लोक लाने की योजना बनाई. उन्होंने राजा बलि की कलाई पर पवित्र रक्षासूत्र बांधकर उन्हें अपना भाई बना लिया, जिसके बाद राजा बलि ने अपनी बहन की इच्छा पूर्ति करते हुए श्रीहरि को वैकुंठ जाने दिया.