Navreh 2024 HD Images: हैप्पी नवरेह! कश्मीरी नव वर्ष की इन शानदार WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photo SMS, Wallpapers को भेजकर दें बधाई
नवरेह के दिन कश्मीरी पंडित अपने परिवार, दोस्तों और करीबियों से मुलाकात करते हैं, उन्हें नवरेह की बधाई देते हैं. इस अवसर पर अगर आप भी नवरेह के शुभकामना संदेशों की तलाश कर रहे हैं तो आप बिल्कुल सही स्थान पर हैं. हम आपके लिए लेकर आए हैं कश्मीरी नव वर्ष के शानदार हिंदी एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस, वॉलपेपर्स, जिन्हें आप भेज सकते हैं.
Happy Navreh 2024 HD Images: देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले कश्मीरी पंडित हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को अपना नव वर्ष (New Year) मनाते हैं, जिसे नवरेह (Navreh) और कश्मीरी नव वर्ष (Kashmiri New Year) के नाम से जाना जाता है. कश्मीरी हिंदुओं (Kashmiri Hindus) द्वारा मनाए जाने वाला नव वर्ष का यह उत्सव ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, इस साल 9 अप्रैल 2024, मंगलवार को है. नवरेह पर्व कश्मीरी हिंदू परंपरा में नवरेह पोश्ती वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है, जिसे कश्मीर पंडित बेहद हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. नवरेह को मनाने के लिए एक दिन पहले ही खास थाल तैयार की जाती है, जिसमें दूध, चावल, अखरोट, रोटी, नमक, फूल, दही जैसी सामग्रियों को रखा जाता है. नवरेह की सुबह उठने के बाद सबसे पहले परिवार के सभी लोग इस थाल के दर्शन करते हैं और स्नानादि के बाद भगवान की पूजा-अर्चना की जाती है.
नवरेह के दिन कश्मीरी पंडित अपने परिवार, दोस्तों और करीबियों से मुलाकात करते हैं, उन्हें नवरेह की बधाई देते हैं और उनके साथ नव वर्ष के पारंपरिक पकवानों का लुत्फ उठाते हैं. इस अवसर पर अगर आप भी नवरेह के शुभकामना संदेशों की तलाश कर रहे हैं तो आप बिल्कुल सही स्थान पर हैं. हम आपके लिए लेकर आए हैं कश्मीरी नव वर्ष के शानदार हिंदी एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस, वॉलपेपर्स, जिन्हें आप भेज सकते हैं.
2- हैप्पी नवरेह
3- कश्मीरी नव वर्ष की हार्दिक बधाई
4- नवरेह की हार्दिक बधाई
5- नवरेह मुबारक
नवरेह यानी कश्मीरी नव वर्ष का पर्व कश्मीरी पंडितों के लिए महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखता है. इस दिन की शुरुआत विभिन्न अनुष्ठानों से होती है, जिसमें सुबह सूर्योदय से पहले उठना, स्नान करना और परिवार के देवता की पूजा करना शामिल है. इस दिन विशेष पारंपरिक व्यंजन तैयार किए जाते हैं, जिनमें रोगन जोश, दम आलू, विभिन्न प्रकार के ब्रेड जैसे शीरमाल और बाकरखानी शामिल हैं. इन व्यंजनों को परिवार और दोस्तों के साथ साझा किया जाता है, जो समृद्धि और एकजुटता का प्रतीक है.