Navratri 2019: शारदीय नवरात्रि पर घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं मां दुर्गा, शुभ या अशुभ जानिए कैसा होगा इसका प्रभाव

इस साल शारदीय नवरात्रि पर मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं और प्रस्थान भी घोड़े पर सवार होकर करेंगी. घोड़ा युद्ध का प्रतीक माना जाता है. घोड़े पर माता का आगमन शासन और सत्ता के लिए अशुभ माना जाता है. इससे सरकार को विरोध का सामना करना पड़ता है और सत्ता परिवर्तन का योग बनता है.

मां दुर्गा (Photo Credits: Wikimedia Commons)

Sharad Navratri 2019: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, महिषासुर (Mahishasura) नामक असुर और मां दुर्गा (Maa Durga)  के बीच करीब नौ दिनों तक महासंग्राम चला था और नौवें दिन महिषासुर का अंत करके मां दुर्गा महिषासुरमर्दिनी (Mahishasura Mardini) कहलाईं, तब से नवरात्रि (Navratri) का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने लगा. नवरात्रि मां दुर्गा की जीत का पर्व है और इस साल शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) का पर्व 29 सितंबर से 7 अक्टूबर तक मनाया जाएगा. वैसे तो मां दुर्गा का वाहन सिंह है, लेकिन नवरात्रि में दुर्गा के आगमन का वाहन दिन के अनुसार बदल जाता है. मान्यता है कि मां दुर्गा जिस वाहन पर सवार होकर आती हैं और जिस वाहन पर सवार होकर वापस प्रस्थान करती हैं उससे आनेवाले दिनों में होनेवाली घटनाओं के संकेत मिलते हैं.

इस साल 20 सितंबर को नवरात्रि का पहला दिन है और सबसे खास बात तो यह है कि इस बार तिथि का क्षय नहीं है. इस बार नवरात्रि का पहला दिन यानी प्रतिपदा रात 10.11 बजे तक है, ऐसे में पहले दिन कभी भी कलश स्थापना की जा सकती है. नौ दिनों तक नवरात्रि का पर्व मनाए जाने के बाद 8 अक्टूबर को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक विजयादशमी का पर्व मनाया जाएगा. चलिए जानते हैं इस बार मां दुर्गा का किस वाहन से आगमन हो रहा है और किस वाहन पर सवार होकर वे प्रस्थान करेंगी.

घोड़े पर हो रहा है देवी दुर्गा का आगमन 

इस साल शारदीय नवरात्रि पर मां दुर्गा घोड़े (Horse) पर सवार होकर आ रही हैं और प्रस्थान भी घोड़े पर सवार होकर करेंगी. घोड़ा युद्ध का प्रतीक माना जाता है. घोड़े पर माता का आगमन शासन और सत्ता के लिए अशुभ माना जाता है. इससे सरकार को विरोध का सामना करना पड़ता है और सत्ता परिवर्तन का योग बनता है. इसके अतिरिक्त मां दुर्गा का घोड़े पर आगमन सामाजिक अशांति, राजनीति में उठा-पटक और प्राकृतिक आपदाओं को दर्शाता है. यह भी पढ़ें: Navratri 2019 Colours List: शारदीय नवरात्रि के 9 दिन पहने इन रंगों के कपड़े, मां दुर्गा के नौ स्वरुपों की करें आराधना

नवरात्रि में मां दुर्गा के वाहनों का महत्व

हर साल नवरात्रि के समय तिथि के अनुसार, देवी दुर्गा अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर धरती पर आती हैं. इसका मतलब यह है कि वे अपने वाहन सिंह के बजाय किसी दूसरे वाहन पर सवार होकर धरती पर आती हैं. नवरात्रि का पहला दिन अगर रविवार या सोमवार को पड़ता है तो देवी मां हाथी पर सवार होकर आती हैं. बुधवार के दिन कलश स्थापना होने पर देवी दुर्गा का आगमन नाव पर होता है. गुरुवार और शुक्रवार के दिन कलश स्थापना होने पर माता रानी डोली में सवार होकर आती हैं. जबकि शनिवार और मंगलवार को कलश स्थापना होने पर माता का आगमन घोड़े पर होता है.

गौरतलब है कि नवरात्रि में देवी दुर्गा जिस वाहन से पृथ्वी पर आती हैं और जिस वाहन पर सवार होकर प्रस्थान करती हैं उसके अनुसार आनेवाले दिनों में होनेवाली घटनाओं का आंकलन किया जाता है. ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, माता के वाहन भविष्य में होनेवाली घटनाओं का संकेत देते हैं.

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