National Education Day 2023 Wishes: नेशनल एजुकेशन डे की इन शानदार WhatsApp Stickers, GIF Greetings, HD Images, Wallpapers के जरिए दें बधाई
नेशनल एजुकेशन डे 2023 (Photo Credits: File Image)

National Education Day 2023 Wishes in Hindi: शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने की शुरुआत करने वाले देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद (Maulana Abul Kalam Azad) की जयंती हर साल 11 नवंबर को मनाई जाती है, जिसे पूरे देश में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस यानी नेशनल एजुकेशन डे (National Education Day) के तौर पर मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने की शुरुआत साल 2008 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (Human Resource Development Ministry) द्वारा की गई थी, तब से हर साल इस दिवस को मनाया जा रहा है. शिक्षा मंत्री के तौर पर मौलाना अबुल कलाम आजाद के कार्यकाल के दौरान भारत में पहले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर और आईआईएससी जैसे कई महत्वपूर्ण संस्थानों की स्थापना हुई थी. उनका मानना था कि किसी भी राष्ट्र की उन्नति और समृद्धि के लिए शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण तत्व है.

मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म 11 नवंबर 1888 को सऊदी अरब के मक्का में हुआ था. शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने की शुरुआत करने वाले मौलाना आजाद को देश में शिक्षा का संस्थापक कहा जाए तो यह बिल्कुल भी गलत नहीं होगा. आप राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के इस खास अवसर पर इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस और वॉलपेपर्स के जरिए बधाई दे सकते हैं.

1- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2023

नेशनल एजुकेशन डे 2023 (Photo Credits: File Image)

2-  नेशनल एजुकेशन डे 2023

नेशनल एजुकेशन डे 2023 (Photo Credits: File Image)

3- हैप्पी नेशनल एजुकेशन डे

नेशनल एजुकेशन डे 2023 (Photo Credits: File Image)

4- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की हार्दिक बधाई

नेशनल एजुकेशन डे 2023 (Photo Credits: File Image)

5- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की शुभकामनाएं

नेशनल एजुकेशन डे 2023 (Photo Credits: File Image)

गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री के तौर पर मौलाना अबुल कलाम आजाद ने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. उन्होंने हमेशा इस बात पर जोर दिया कि छात्रों को रचनात्मक होना चाहिए. इसके साथ ही शिक्षाविदों को छात्रों के बीच पूछताछ की भावना, रचनात्मकता, उद्यमशीलता और नैतिक नेतृत्व की क्षमता का निर्माण करना चाहिए, उनका आदर्श बनना चाहिए. इतना ही नहीं उनका यह भी मानना था महिलाओं की शिक्षा पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि महिलाओं के सशक्तिकरण से ही समाज स्थिर होगा.