Mattu Pongal 2022 Wishes: हैप्पी मट्टू पोंगल! प्रियजनों के साथ शेयर करें ये हिंदी WhatsApp Messages, GIF Greetings, HD Images और Wallpapers

किसान के जीवन में बैलों की बहुत महत्वूर्ण योगदान होता है, इसलिए मट्टू पोंगल के दिन किसान बैलों की पूजा करते हैं. पोंगल के तीसरे दिन यानी मट्टू पोंगल के दिन लोग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान करते हैं. आप भी इस अवसर पर अपने प्रियजनों को इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस और वॉलपेपर्स को भेजकर हैप्पी मट्टू पोंगल कह सकते हैं.

मट्टू पोंगल 2022 (Photo Credits: File Image)

Mattu Pongal 2022 Wishes in Hindi: दक्षिण भारतीय राज्यों तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में पोंगल (Pongal) का त्योहार चार दिनों तक धूमधाम से मनाया जाता है. धान की फसल कटने की खुशी में किसान इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. मुख्य रूप से यह त्योहार सूर्य और इंद्रदेव को समर्पित है. कहा जाता है कि पोंगल के दौरान सूर्यदेव (Surya Dev) और इंद्रदेव (Indra Dev) की पूजा करने से किसानों (Farmers) पर उनकी कृपा बनी रहती है, इसलिए किसान अच्छी बारिश और अच्छी फसल के लिए प्रार्थना करते हैं. चार दिवसीय पोंगल पर्व के तीसरे दिन मट्टू पोंगल (Mattu Pongal) मनाया जाता है. दरअसल, मट्टू बैल को कहा जाता है, जिसका संबंध भगवान शिव के वाहन नंदी से है, इसलिए इस दिन बैल की पूजा की जाती है.

किसान के जीवन में बैलों का बहुत महत्वूर्ण योगदान होता है, इसलिए मट्टू पोंगल के दिन किसान बैलों की पूजा करते हैं. पोंगल के तीसरे दिन यानी मट्टू पोंगल के दिन लोग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान करते हैं. आप भी इस अवसर पर अपने प्रियजनों को इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस और वॉलपेपर्स को भेजकर हैप्पी मट्टू पोंगल कह सकते हैं.

1- मट्टू पोंगल 2022 

मट्टू पोंगल 2022 (Photo Credits: File Image)

2- मट्टू पोंगल 2022 

मट्टू पोंगल 2022 (Photo Credits: File Image)

3- मट्टू पोंगल 2022 

मट्टू पोंगल 2022 (Photo Credits: File Image)

4- मट्टू पोंगल 2022 

मट्टू पोंगल 2022 (Photo Credits: File Image)

5- मट्टू पोंगल 2022 

मट्टू पोंगल 2022 (Photo Credits: File Image)

मट्टू पोंगल के दिन बैलों को स्नान करवाकर उन्हें सजाया जाता है. किसान अपने बैलों की सींग पर तेल लगाते हैं और उन्हें सुंदर वस्त्र पहनाकर उनके गले में नई घंटियां बांधते हैं. बैलों के अलावा इस दिन पशु धन के रूप में गाय और उसके बछड़े की भी पूजा की जाती है. पूजन के बाद बैलों को चावल, गन्ना, हल्दी और अदरक जैसी चीजें खाने के लिए दी जाती है. इसके साथ ही इस पर्व की शुभता को बढ़ाने के लिए लोग अपने घर के मुख्य द्वार पर रंगोली भी बनाते हैं.

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