Makar Sankranti 2021 Ukhane in Marathi: हल्दी-कुमकुम समारोह के दौरान महाराष्ट्रीयन महिलाएं ले सकती हैं ये उखाणे
मकर संक्रांति के मौके पर महाराष्ट्रियन औरतें हल्दी कुमकुम का कार्यक्रम आयोजित करती हैं. इस समारोह में सभी महिलाएं एकत्रित होकर तील- गुड बांटती हैं. साथ ही एक दुसरे से कहती हैं "तील गुल घ्या आणि गोड गोड बोला" इसका मतलब होता हैं अगर रिश्ते में तील गुड की तरह ही यह मीठास कायम बनी रहे
Makar Sankranti 2021 Ukhane in Marathi: नया साल शुरू होते ही त्योहारों ने दस्तक दे दी है. पंजाब, हरियाणा समेत देश के कई हिस्सों में मनाए जाने वाले पर्व लोहड़ी से त्योहारों की शुरुआत हो गई है. लोहड़ी का त्योहार मकर संक्रांति से एक दिन पहले बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता हैं. तो वहीं महाराष्ट्रीयन (Maharashtrian) लोगों के लिए मकर संक्रांति (Makar Sankranti) नए साल का पहला त्योहार होता है और देशभर में इस पर्व को अलग-अलग नाम से बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. पौष मास में जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता हैं तब इस पर्व को मनाया जाता हैं. इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता हैं. मकर संक्रांति से खरमास खत्म होता है और शुभ कार्य की शुरुआत होती हैं. मकर संक्रांति के बाद से ही पूजा-अर्चना, शादी समारोह और गृह प्रवेश जैसे मंगलमय कार्य किए जाते हैं.
मकर संक्रांति के मौके पर महाराष्ट्रीयन महिलाएं हल्दी कुमकुम का कार्यक्रम आयोजित करती हैं, इस समारोह में सभी महिलाएं एकत्रित होकर तील- गुड बांटती हैं. साथ ही एक दुसरे से कहती हैं. "तिल गुल घ्या आणि गोड गोड बोला" इसका मतलब होता है अगर रिश्ते में तिल गुड की तरह ही यह मिठास बनी रहे. वहीं हल्दी कुमकुम समारोह में महिला अपने पति के नाम से उखाणे लेती हैं. खास तौर पर उखाणे लेने की परंपरा नए शादीशुदा कपल्स द्वारा निभाई जाती है, जिसे सुनने के लिए हर कोई बेकरार रहता है. हम आपके लिए आसान और बेहतरीन मराठी उखाणे लेकर आए हैं. शादी के बाद सुहागन महिला को उनके करीबी दोस्त, रिश्तेदार घर में बुलाते हैं. हल्दी, कुमकुम लगाकर उन्हें सुहागन का छोटा सा गिफ्ट यानी मराठी में जिसे (वान) कहते हैं. साथ ही तिल गुड का लड्डू देते हैं यह लड्डू खास तौर पर औरतें घर पर ही बनाती हैं, जिसके बाद नए शादीशुदा कपल्स को उखाणे लेने का आग्रह किया जाता हैं. यह भी पढ़ें: Makar Sanskranti 2021: मकर संक्रांति है दान देने और पुण्य कमाने का पर्व! जानें किन-किन वस्तुओं का दान श्रेयस्कर होता है
उखाणे पढ़े:
वेळेचे कालचक्र फिरते रात्रंदिवस कधी पुनव कधी अवस ------- रावांच नाव घेते आज आहे हळदी कुंकवाचा दिवस.
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गोकुळा सारखं सासर, सारे कसे हौशी.. ...रावांचे नांव घेते, मकर संक्रांतिच्या दिवशी.
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तिळाचा हलवा चांदीच्या वाटीत, …….रावांचं प्रेम हेच माझ्या सुखाच गुपित
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नवीन वर्ष सण पहिला मकरसंक्रातीचा मान हळदीकुंकूवाचा मान सुवासिनींचा.. आणि ………’चा जोडा राहो साताजन्माचा
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माझ्या संसाराला नजर ना लागो कुणाची …….रावांचे नाव घेतेय, संक्रांतिच्या दिवशी.
बहरहाल, ऊपर दिए गए उखाने में खाली जगह पर आप अपने पति का नाम लीजिए और इन आसान उखाणे से हल्दी-कुमकुम समारोह को खास बनाएं. आप सभी को मकर संक्रांति की ढेर सारी शुभकामनाएं.