Maha Panchami 2022 Messages in Hindi: देशभर में शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) का नौ दिवसीय उत्सव चल रहा है और हर कोई मातारानी की भक्ति में सराबोर नजर आ रहा है. आज यानी 30 सितंबर 2022 को महा पंचमी (Maha Panchami) है और इस दिन मां दुर्गा (Maa Durga) के पांचवे स्वरूप मां स्कंदमाता (Maa Skandmata) की पूजा की जाती है. इस दिन बंगाली समुदाय के लोग देवी दुर्गा का आह्वान करते हैं, क्योंकि पंचमी के अगले दिन से पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा (Durga Puja) उत्सव की शुरुआत होती है, इसलिए पंचमी तिथि का विशेष महत्व बताया जाता है. शारदीय नवरात्रि की पंचमी तिथि को महा पंचमी (Maha Panchami) या शुभो पंचमी (Subho Panchami) कहा जाता है. इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 26 अक्टूबर से हुई है, जिसका समापन 5 अक्टूबर को विजयादशमी के साथ होगी.
शारदीय नवरात्रि के पांचवें दिन और दुर्गा पूजा की शुरुआत से ठीक एक दिन पहले लोग महा पंचमी के शुभकामना संदेशों को भेजकर अपने प्रियजनों को बधाई देते हैं. ऐसे में इस बेहद पावन अवसर पर आप भी शुभो महा पंचमी के इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप ग्रीटिंग्स, फेसबुक विशेज और कोट्स को अपने प्रियजनों संग शेयर करके उन्हें प्यार भरी शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- दुआ है इस महा पंचमी मां दुर्गा,
आपके और आपके परिवार पर,
प्रसिद्धि, नाम, धन, खुशी,
स्वास्थ्य के साथ अपनी कृपा बरसाएं.
शुभो महा पंचमी
2- करें कुछ चमत्कार मां दुर्गा,
जीवन का हर संकट अब हो खत्म,
वक्त की चादर पलटे कुछ ऐसे कि,
अब नहीं हो खुशियों में देरी...
शुभो महा पंचमी
3- या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रुपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ॥
शुभो महा पंचमी
4- ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
शुभो महा पंचमी
5- माता रानी वरदान ना देना हमें,
बस थोड़ा सा प्यार देना हमें,
तेरे चरणों में बीते ये जीवन सारा,
एक बस यही आशीर्वाद देना हमें.
शुभो महा पंचमी
बहरहाल, नवरात्रि से जुड़ी प्रचलित कथा के अनुसार देवी दुर्गा और महिषासुर के बीच नौ दिनों तक भयंकर युद्ध हुआ था, जिसके बाद दसवें दिन देवी दुर्गा ने दुष्ट असुर का संहार करके इस संसार को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई थी, इसलिए नवरात्रि के पर्व को महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है. वहीं बंगाल में षष्ठी तिथि से पांच दिवसीय दुर्गा पूजा का भव्य आजोजन होता है, जिसे दुर्गा पूजो भी कहते हैं.