Inspirational Quotes Lal Bahadur Shastri: आजाद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री (Lal Bahadur Shastri Jayanti) की आज 115वीं जयंती मनाई जा रही है. जय जवान जय किसान का नारा देने वाले शास्त्री जी (Lal Bahadur Shastri) ने अपने अदम्य साहस और दृढ़ता के दम पर साल 1965 के युद्ध में पाकिस्तान को भारत के सामने घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. उन्हें अपने जीवन में कई चुनौतियों और संघर्षों का सामना करना पड़ा, लेकिन बचपन से ही उनका स्वभाव इतना दृढ था कि वे एक बार जो ठान लेते थे उसे पूरा करके ही दम लेते थे. लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था. उनके पिता का नाम शारदा प्रसाद और माता का नाम रामदुलारी देवी था.
देश की निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले शास्त्री जी ने भारत की आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वे सादगी भरा जीवन जीना पसंद करते थे, लेकिन उनके विचार असाधारण और महान थे. उन्होंने अपने विचारों के माध्यम से देश में क्रांति और देशभक्ति की एक अनोखी अलख जगाई. लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के इस खास अवसर पर आप भी उनके इन 10 महान विचारों (10 Motivational Quotes of Lal Bahadur Shastri) से प्रेरणा ले सकते हैं.
1- हम खुद की नहीं, बल्कि पूरे विश्व की शांति, विकास और कल्याण में विश्वास रखते हैं.
- लाल बहादुर शास्त्री
2- हमारे देश में अगर कोई भी व्यक्ति अछूत कहा जाता है तो भारत को अपना सर शर्म से झुकाना पड़ेगा.
- लाल बहादुर शास्त्री
3- जो शासन करते हैं उन्हें लोगों की प्रतिक्रिया जाननी चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र में जनता ही मुखिया होती है.
- लाल बहादुर शास्त्री
4- आर्थिक मुद्दे पर यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हम अपने सबसे बड़े दुश्मन गरीबी और बेरोजगारी से लड़ें.
- लाल बहादुर शास्त्री
5- देश की ताकत और स्थिरता के लिए सबसे जरूरी काम है लोगों में एकता और एकजुटता स्थापित करना.
- लाल बहादुर शास्त्री
6- अपने देश की आजादी की रक्षा करना सिर्फ सैनिकों का काम नहीं, बल्कि यह पूरे देश का कर्तव्य है.
- लाल बहादुर शास्त्री
7- कानून का सम्मान होना चाहिए, ताकि लोकतंत्र की मजबूत संरचना को बरकरार रखा जा सके.
- लाल बहादुर शास्त्री
8- समाज को सच्चा लोकतंत्र कभी भी हिंसा और असत्य से हासिल नहीं हो सकता है.
- लाल बहादुर शास्त्री
9- मैं जितना साधारण दिखता हूं, उतना साधारण नहीं हूं.
- लाल बहादुर शास्त्री
10- जय जवान, जय किसान.
- लाल बहादुर शास्त्री
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए कुछ कर गुजरने के जज्बे के चलते महज 16 साल की उम्र में उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ने का मन बना लिया और गांधी जी के आह्वान पर असहयोग आंदोलन में शामिल हो गए. इस आंदोलन में हिस्सा लेने के कारण उन्हें करीब 7 साल तक ब्रिटिश जेल में रहना पड़ा था. उन्होंने 1921 के असहयोग आंदोलन, 1930 की दांडी यात्रा और 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.