Kojagiri Purnima 2024 Wishes: हैप्पी कोजागरी पूर्णिमा! अपनों संग शेयर करें ये शानदार WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, HD Images और Wallpapers
कोजागरी पूर्णिमा 2024 (Photo Credits: File Image)

Kojagiri Purnima 2024 Wishes in Hindi: हिंदू धर्म में साल भर में पड़ने वाली सभी पूर्णिमा तिथियों का अपना-अपना महत्व बताया जाता है, लेकिन अश्विन मास की पूर्णिमा का विशेष महत्व बताया जाता है. अश्विन पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima), रास पूर्णिमा (Raas Purnima), कोजागरी पूर्णिमा (Kojagiri Purnima), अमृत पूर्णिमा (Amrit Purnima), आरोग्य पूर्णिमा (Arogya Purnima), कौमुदि पूर्णिमा (Kaumudi Purnima) जैसे विभिन्न नामों से जाना जाता है. आरोग्य, ऐश्वर्य और सुख-समृद्धि देने वाली शरद पूर्णिमा 16 अक्टूबर 2024 को मनाई जा रही है. शरद पूर्णिमा से जुड़ी मान्यताओं के अनुसार, इस रात चंद्रमा सोलह कलाओं से युक्त होता है और उसकी किरणों से धरती पर अमृत की वर्षा होती है. इस रात मां लक्ष्मी धरती पर भ्रमण करते हुए अपने भक्तों के घर जाती हैं और इसी रात भगवान श्रीकृष्ण ने राधारानी और गोपियों के साथ महारास किया था.

ऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा यानी कोजागरी पूर्णिमा की रात सोलह कलाओं से सुसज्जित चंद्रमा धरती के बेहद करीब होता है और उससे निकलने वाली किरणों को आरोग्यदायक और सौंदर्यदायक माना जाता है, इसलिए इस रात खीर को चंद्रमा की रोशनी में रखकर खाने की परंपरा निभाई जाती है. आप कोजागरी पूर्णिमा की इन शानदार विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस और वॉलपेपर्स के जरिए बधाई दे सकते हैं.

1- ​कोजागरी पूर्णिमा की शुभकामनाएं

कोजागरी पूर्णिमा 2024 (Photo Credits: File Image)

2- कोजागरी पूर्णिमा की हार्दिक बधाई

कोजागरी पूर्णिमा 2024 (Photo Credits: File Image)

3- हैप्पी कोजागरी पूर्णिमा

कोजागरी पूर्णिमा 2024 (Photo Credits: File Image)

4- कोजागरी पूर्णिमा 2024

कोजागरी पूर्णिमा 2024 (Photo Credits: File Image)

5- शुभ कोजागरी पूर्णिमा

कोजागरी पूर्णिमा 2024 (Photo Credits: File Image)

हिंदू धर्म की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, अश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को समुद्र मंथन के दौरान महालक्ष्मी का प्राकट्य हुआ था, इसलिए इस तिथि को देवी लक्ष्मी के प्राकट्य दिवस के तौर पर भी मनाया जाता है. इस रात माता लक्ष्मी अपने वाहन ऐरावत पर सवार होकर धरती पर भ्रमण करती हैं और अपने भक्तों के घर जाती हैं. कहा जाता है कि इस रात जो विधि-विधान से मां लक्ष्मी की पूजा और रात्रि जागरण करते हैं तो मां लक्ष्मी की कृपा से यश-कीर्ति और सुख-समृद्धि का वरदान मिलता है.