करवा चौथ, उत्तर भारत की हिंदू महिलाओं द्वारा कार्तिका के महीने में पूर्णिमा (एक पूर्णिमा) के चार दिन बाद मनाया जाने वाला एक दिवसीय त्योहार है. इस साल यह त्योहार 4 नवंबर बुधवार 2020 को पड़ रहा है. इस दिन, विवाहित महिलाएं, विशेष रूप से उत्तरी भारत में सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक अपने पति की लंबी उम्र और सुरक्षा के लिए उपवास करती हैं. करवा चौथ व्रत पारंपरिक रूप से दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में मनाया जाता है. यह आंध्र प्रदेश में अटाला तादे के रूप में मनाया जाता है. पारंपरिक रूप से उत्तराखंड की कुमाउनी या गढ़वाली संस्कृति का हिस्सा नहीं है, लेकिन फिर भी करवाचौथ कुछ लोगों द्वारा मनाया जाता है.
करवा शब्द का अर्थ है ’पॉट’ यानी पानी का एक छोटा मिट्टी का बर्तन. करवा चौथ के दिन को करक चतुर्थी (करक चतुर्थी) के नाम से भी जाना जाता है. करवा या करक मिट्टी के बर्तन को संदर्भित करता है, जिसके माध्यम से चंद्र को अरघ (अर्ग) दिया जाता है. पूजा के दौरान करवा बहुत महत्वपूर्ण होता है और इसे ब्राह्मण या किसी योग्य महिला को दान के रूप में भी दिया जाता है. करवा चौथ का त्यौहार सुहागिन महिलाओं द्वारा पूरे देश में मनाया जाता है. इस अवसर पर सुहागिनें हाथों में मेहंदी रचाती हैं और सोलह श्रृंगार करती हैं. इस दिन सुहाग की निशानी लाल चूड़ियां पहनने का रिवाज है. इस अवसर पर लोग एक दूसरे को मैसेज और ग्रीटिंग्स भेजकर करवा चौथ की शुभकामनाएं देते हैं. अगर आप भी अपने प्रियजनों को करवा चौथ की शुभकामनाएं देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए ग्रीटिंग मैसेज भेजकर दे सकते हैं.
मेहंदी का लाल रंग आप के प्यार की गहराई दिखाता है,
माथे पर लगा सिन्दूर आपकी दुआयें दिखाता है,
गले में पहना मंगलसूत्र हमारा मजबूत रिश्ता दिखाता है.
करवा चौथ की शुभकामनाएं!
ख़ुशी से दिल को आबाद करना
गम को दिल से आज़ाद करना
बस एक गुजारिश है आपसे
ज़िन्दगी भर मुझे ऐसे ही प्यार करना
करवा चौथ की शुभकामनाएं!
अपने हाथों में चूड़ियाँ सजाये,
माथे पर अपने सिन्दूर लगाए,
निकली हर सुहागन चाँद के इंतज़ार में,
रब उनकी हर मनोकामना पूरी करे
करवा चौथ की शुभकामनाएं!
इस जीवन में मुझे, जो मिला है तेरा साथ
दुःख सारे मिट गए, हुआ खुशियों का आगाज़
करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं!
करवा चौथ आया है खुशियां हजार लाया है
हर सुहागन ने चांद से थोड़ा सा रूप चुराया है
करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं!
संध्या के समय महिलाएं सज धजकर सुहाग की तरह श्रृंगार कर पूजा करती हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं. शाम को महिलाएं छलनी के अंदर दिया रखकर से उसमें से चंद्रमा को देखती हैं, फिर वह अपने पति को देखती हैं. जिसके बाद पति उसे पानी और कुछ मीठा खिलाकर व्रत तोड़ने में मदद करता है.