Easy Mehndi Design for Karwa Chauth: सुहागन महिलाएं अपने अखंड सौभाग्य के लिए करवा चौथ का कठिन व्रत रखती हैं. देश के कई हिस्सों में यह पर्व मनाया जाता है. करवा चौथ का यह व्रत शादीशुदा महिलाएं रखती है. करवा चौथ की तैयारियां कई दिनों पहले से ही शुरू हो जाती है. कल यानि की 4 नवंबर को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा. इस दिन महिलाएं सूर्योदय से पहले सरगी (Sargi) खाकर करवा चौथ का व्रत (Karwa Chauth Vrat) रखती हैं और सोलह श्रृंगार (Solah Shringar) करके भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की पूजा करती हैं. इसके बाद रात में चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपनी पूजा पूर्ण करती हैं. चांद को देखने के बाद महिलाएं अपने पति के हाथों से जल ग्रहण करके अपना व्रत खोलती हैं. करवा चौथ की पूजा के समय महिलाएं सोलह श्रृंगार करती है. मान्यता है कि करवा चौथ का व्रत करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य और खुशहाल जीवन का वरदान मिलता है. करवा चौथ का व्रत रखने वाली महिलाएं आमतौर पर आभूषण, सिंदूर, श्रृंगार, मेहंदी और नए पारंपरिक परिधान धारण करती हैं.
इस व्रत में श्रृंगार पूरा करने के लिए मेहंदी का विशेष महत्त्व है. मेहंदी रचाना इस पर्व की शुभता बढ़ाता है, इसलिए महिलाएं अपने हाथों में मेहंदी (Mehndi) रचाती हैं. मेहंदी के बिना कोई भी पर्व या त्यौहार अधुरा होता हैं, महिलाओं के श्रृंगार में मेहंदी सबसे उच्च स्थान पर होता है. करवा चौथ का व्रत मेहंदी के बिना अधूरा है, इसलिए मेहंदी रचाना इस पर्व के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. अगर आप भी करवा चौथ का व्रत रख रही हैं तो अपने हाथों और पैरों में मेहंदी जरूर लगाएं. आप अपने हाथों और पैरों की खूबसूरती में चार चांद लगा सकें, इसके लिए हम खास आपके लिए लेकर आए हैं करवा चौथ स्पेशल अरेबिक से लेकर ट्रेडिशन मेहंदी के लेटेस्ट पैटर्न के फोटोज और ट्यूटोरियल वीडियो, जिनकी मदद आप ले सकती हैं.
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सेमी-ब्राइडल मेहंदी डिजाइन-
करवा चौथ स्पेशल मेंहदी डिजाइन-
करवा चौथ स्पेशल मेहंदी डिजाइन-
फुल हैण्ड ब्राइडल मेहंदी डिजाइन-
बेक हैण्ड मेहंदी डिजाइन
सिंपल प्लाम मेहंदी डिजाइन-
बेक हैण्ड स्पेशल मेहंदी डिजाइन-
करवा चौथ लेटेस्ट मेहंदी डिजाइन-
खूबसूरत करवा चौथ मेहंदी-
करवा चौथ स्पेशल मेहंदी डिजाइन-
करवा चौथ के दिन को करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. करवा या करक का अर्थ है मिट्टी का बर्तन, जिसके माध्यम से चन्द्रमा को अर्ग दिया जाता है. इस साल करवा चौथ व्रत पर पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5: बजकर 33 मिनट 28 सेकेंड से बजे से शाम 6 बजकर 39 मिनट 14 सेकेंड तक रहेगा. करवा चौथ अलग अलग राज्यों में एक ही दिन मनाया जाता है.