Karva Chauth 2018: हाल ही में हुई है शादी तो इस बार करवा चौथ का व्रत न करने में ही है आपकी भलाई, जानें क्यों?
करवा चौथ 2018 (Photo Credits: Facebook)

Karva Chauth 2018: अखंड सौभाग्य और पति की लंबी उम्र की कामना का पर्व करवा चौथ शनिवार 27 अक्टूबर को देशभर में मनाया जाएगा. इस दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए यह व्रत करेंगी. हालांकि जिन महिलाओं की हाल ही में शादी हुई है, उनके लिए इस बार करवा चौथ का व्रत करना अशुभ माना  जा रहा है. अगर आपकी हाल ही में शादी हुई है और आप अपने पहले करवा चौथ का व्रत करने की सोच रहीं है तो ऐसा न करें, क्योंकि इस बार करवा चौथ का व्रत नई नवेली दुल्हनों के लिए शुभकारी नहीं है.

ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार सौर मंडल में शुक्र ग्रह अस्त हो रहे हैं, जो 1 नवंबर तक अस्त रहेंगे और उसके बाद उनका उदय होगा. हिंदू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक सौर मंडल में किसी भी ग्रह के अस्त होने के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है.

चूंकि करवा चौथ का व्रत शुरू करना और इसका उद्यापन करना दोनों ही शुभ कार्य माने जाते हैं, इसलिए इस बार नई दुल्हनों को पहला करवा चौथ का व्रत शुरू करने से बचना चाहिए. यह भी पढ़ें: Karva Chauth 2018: सबसे पहले किसने किया था करवा चौथ का व्रत, जानें इससे जुड़ी दिलचस्प कथा

इस बार करवा चौथ का व्रत अस्त तिथि में आ रहा है, इसलिए नई दुल्हनों के लिए व्रत शुरू करना और इसका उद्यापन वर्जित माना जा रहा है. शुक्र ग्रह के अस्त होने के कारण पहला करवा चौथ का व्रत करने जा रहीं सुहागन महिलाएं अब तीसरे साल ही व्रत रख सकेंगी,  लेकिन अन्य सुहागन स्त्रियां जो हर साल अपने पति के लिए यह व्रत करती हैं उन्हें इस व्रत को जरूर करना चाहिए.

ज्योतिषियों के मुताबिक, चंद्रोदय भले ही शाम 7:46 बजे से होगा, लेकिन चतुर्थी तिथि का मान कुछ देर बाद ही मिलेगा.  ऐसे में 27 तारीख की रात 8 बजे के बाद से चंद्र को अर्घ्य देना फलदायी रहेगा. यह भी पढ़ें: Karva Chauth 2018: व्रत के दौरान सुहागन महिलाएं भूलकर भी न करें ये 5 काम, पति को हो सकता है नुकसान

बता दें कि इस बार करवा चौथ पर तीन अद्भुत संयोग बन रहे हैं, ऐसे में व्रत वाले दिन भगवान गणेश की पूजा करने से महिलाओं को विशेष लाभ मिलेगा. जो महिलाएं करवा चौथ का व्रत कर रही हैं, उन्हें इस दिन भगवान गणेश का पूजन अवश्य करना चाहिए.