Kargil Vijay Diwas 2024 Messages: हैप्पी कारगिल विजय दिवस! इन हिंदी WhatsApp Wishes, Quotes, GIF Greetings को भेजकर मनाएं जश्न
कारगिल विजय दिवस का जश्न मनाने के लिए इस दिन कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस दिन भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को याद किया जाता है, साथ ही शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, कोट्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर हैप्पी कारगिल विजय दिवस विश करते हुए इस दिन का जश्न मना सकते हैं.
Kargil Vijay Diwas 2024 Messages in Hindi: भारतीय सशस्त्र बलों (Indian Armed Forces) के जवानों की वीरता की सराहना करने के लिए मनाए जाने वाले कारगिल विजय दिवस की इस साल 25वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. साल 1999 में भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच हुए कारगिल युद्ध (Kargil War) में पाकिस्तान पर भारत की जीत की खुशी में हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) मनाया जाता है. दरअसल, 8 मई 1999 को लद्दाख के कारगिल (Kargil) में भारत-पाकिस्तान सेना के बीच युद्ध शुरु हुआ था, जिसका समापन करीब 60 दिन बाद भारतीय सेना की जीत के साथ 26 जुलाई 1999 को हुआ था. बताया जाता है कि ताशी नामग्याल नाम के एक स्थानीय चरवाहे के जरिए भारतीय सेना को कारगिल में पाकिस्तानी घुसपैठियों की इस नापाक साजिश का पता चला था, जिसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध शुरु हुआ था.
कारगिल विजय दिवस का जश्न मनाने के लिए इस दिन कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस दिन भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को याद किया जाता है, साथ ही शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, कोट्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर हैप्पी कारगिल विजय दिवस विश करते हुए इस दिन का जश्न मना सकते हैं.
मौत फिर क्या चीज है,
ऐ वतन तू ही बता,
तुझसे बड़ी क्या चीज है.
कारगिल पर्वत शिखर पर पवन चला तूफानी था,
हिमप्रपात बन हिमगिरि से रक्त शत्रु का जमा दिया,
विजय दिवस की शौर्य पताका देने वाला अभिमानी था.
बस अमन से भरा ये वतन चाहिए,
जब तक जिंदा रहूं इस मातृभूमि के लिए,
और जब मरूं तो तिरंगा कफन चाहिए.
गौरतलब है कि मई और जुलाई 1999 के बीच जम्मू-कश्मीर के कारगिल में भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था, जिसकी शुरुआत पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों की घुसपैठ के साथ हुई थी. एक स्थानीय चरवाहे द्वारा पाकिस्तान की नापाक हरकत का पता चलने के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तानी घुसपैठियों को भगाने के लिए 'ऑपरेशन विजय' चलाया था. इसके बाद 26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना ने कारगिल के उन सभी चौकियों पर फिर से कब्जा जमा लिया, जिन पर पाकिस्तानी घुसपैठियों ने कब्जा किया था. हालांकि इस जीत के लिए सैकड़ों भारतीय सैनिकों को अपना बलिदान देना पड़ा था.