Kalki Jayanti 2024 Wishes: शुभ कल्कि जयंती! इन शानदार HD Images, WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Wallpapers को भेजकर दें बधाई
सावन शुक्ल षष्ठी तिथि पर श्रीहरि के दसवें अवतार भगवान कल्कि की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को सुख और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. साथ ही भगवान विष्णु की कृपा से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन से सारे संकट दूर होते हैं. कल्कि जयंती के इस शुभ अवसर पर आप इन शानदार विशेज, एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स को भेजकर अपनों को बधाई दे सकते हैं.
Kalki Jayanti 2024 Wishes in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन मास (Sawan Maas) के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी (Nag Panchami) का पर्व मनाए जाने के ठीक एक दिन बाद यानी सावन मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को कल्कि जयंती (Kalki Jayanti) का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है. ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, इस साल कल्कि जयंती 10 अगस्त 2024 को मनाई जा रही है. कल्कि जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें, फिर पीले रंग के वस्त्र धारण कर व्रत का संकल्प लें. इसके बाद पूजा स्थल पर पीले रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें. फिर भगवान को दूध, मेवा, फल और फूल अर्पित करें. इसके साथ धूप-दीप प्रज्जवलित करें. इस दिन विधि-विधान से पूजन करने के साथ-साथ श्रीहरि के मंत्र ‘मत्स्यः कूर्मो वराहश्च नारसिंहोऽथ वामनः । रामो रामश्च रामश्च कृष्णः कल्किश्च ते दशः’ का जप करना चाहिए.
ऐसी मान्यता है कि सावन शुक्ल षष्ठी तिथि पर श्रीहरि के दसवें अवतार भगवान कल्कि की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को सुख और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. साथ ही भगवान विष्णु की कृपा से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन से सारे संकट दूर होते हैं. कल्कि जयंती के इस शुभ अवसर पर आप इन शानदार विशेज, एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स को भेजकर अपनों को बधाई दे सकते हैं.
गौरतलब है कि कल्कि जयंती पर भगवान विष्णु के दसवें अवतार भगवान कल्कि की उपासना का विधान है. यह हिंदू धर्म का एकमात्र ऐसा पर्व है, जिसे भगवान विष्णु के कल्कि अवतार लेने से पहले धूमधाम से मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि जब धरती पर कलयुग के आखिर में पाप और अत्याचार बहुत बढ़ जाएगा, तब भगवान विष्णु कल्कि का अवतार लेकर धरती पर प्रकट होंगे. अपने इस अवतार में भगवान विष्णु पाप का अंत करने के लिए दुष्टों का संहार करेंगे, इसी के साथ कलयुग का अंत होगा और सतयुग आरंभ होगा.