International Day of UN Peacekeepers 2019: हर साल 29 मई को दुनियाभर में संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शांति सैनिक दिवस (International Day of UN Peacekeepers) मनाया जाता है. इस मौके पर युद्ध में तबाह हुए देशों और समाज में शाति व सुरक्षा स्थापित करने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शांति सैनिकों (Peacekeepers) को याद किया जाता है और उन्हें सम्मान दिया जाता है. इस दिन विश्व भर में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इस दिन, साल 1948 में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के अंतर्गत काम करने वाले 2,980 से भी ज्यादा शांति सैनिकों को विश्व भर में शांति स्थापित करने के लिए दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए याद किया जाता है.
बेहद खास है साल 2019 की थीम
हर साल संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शांति सैनिक दिवस को अलग-अलग थीम के अनुसार मनाया जाता है और इस साल की थीम है 'नागरिकों की रक्षा करना, शांति की रक्षा करना.' जबकि साल 2018 में संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शांति सैनिक दिवस का विषय था- 'संयुक्त राष्ट्र शांतिकर्मी: 70 साल की सेवा और बलिदान.'इस साल संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना की 71वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. बता दें कि पहला शांति मिशन 29 मई 1948 को स्थापित किया गया था.
2003 में पहली बार मनाया गया यह दिवस
संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शांति सैनिक दिवस को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 11 दिसंबर 2002 को 57/129 प्रस्ताव पारित करके अपनाया गया था, क्योंकि इस दिन साल 1948 में संयुक्त राष्ट्र ट्रूस सुपरविजन ऑर्गेनाइजेशन (यूएनटीएसओ) को अरब-इजराइल युद्ध में शांति वार्ता की निगरानी रखने के लिए निर्धारित किया गया था. इसे यूक्रेन पीसकीपर्स एसोसिएशन (यूपीए) और यूक्रेन सरकार द्वारा अनुरोध किए जाने के बाद अपनाया गया था. इसके बाद इस दिवस को पहली बार साल 2003 में मनाया गया था. यह भी पढ़ें: World Red Cross Day 2019: हर साल 8 मई को मनाया जाता है विश्व रेड क्रॉस दिवस, जानिए क्या है इसका इतिहास और महत्व
इस दिवस को मनाने का उद्देश्य
इस दिवस को शांति सैनिकों को उनके योगदान के लिए सम्मान देने और श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मनाया जाता है. इस दिन उन सभी महिलाओं और पुरुषों को श्रद्धांजलि दी जाती है, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र के शांति प्रबंधन कार्यों में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया. इस दिन शांति स्थापना के लिए शहीद हुए सैनिकों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है. इसके साथ ही उनके कार्यों, समर्पण और जज्बे के लिए उन्हें सलाम किया जाता है.