Hindi Diwas 2024: ‘हिंदी भाषा नहीं, भावों की अभिव्यक्ति है...’ सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लोग मना रहे हैं हिंदी दिवस का जश्न
राजभाषा हिंदी दिवस के प्रति प्यार और सम्मान जाहिर करने के साथ-साथ इस भाषा को बढ़ावा देने के लिए ही हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है. इस दिन लोग हिंदी के प्रति अपना प्यार और सम्मान जाहिर करते हैं. इसी कड़ी में हिंदी दिवस के इस खास अवसर पर लोग सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इसका जश्न मना रहे हैं.
Hindi Diwas 2024: आज यानी 14 सितंबर 2024 को देशभर में हिंदी दिवस (Hindi Diwas) मनाया जा रहा है. जी हां, 14 सितंबर का दिन हिंदी भाषा को समर्पित एक बेहद खास दिन है, जो हिंदी भाषियों और हिंदी प्रेमियों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं है. राजभाषा हिंदी (Hindi Language) के प्रति सम्मान जाहिर करने, इसके प्रति जागरूकता पैदा करने और इसे बढ़ावा देने के उद्देश्य से ही हिंदी दिवस का जश्न मनाया जाता है. हालांकि अंग्रेजी के इस आधुनिक दौर में हिंदी के महत्व को लोग भूलते जा रहे हैं और हिंदी दिवस सेलिब्रेशन महज एक औपचारिकता बनकर रह गया है, क्योंकि भारतीय संविधान द्वारा हिंदी को राजभाषा घोषित किए जाने के बाद भी लोग विदेशी भाषा से इतने ज्यादा प्रभावित हो गए हैं कि वो अपनी राष्ट्रभाषा और राजभाषा को पीछे छोड़ते जा रहे हैं.
राजभाषा हिंदी दिवस के प्रति प्यार और सम्मान जाहिर करने के साथ-साथ इस भाषा को बढ़ावा देने के लिए ही हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है. इस दिन लोग हिंदी के प्रति अपना प्यार और सम्मान जाहिर करते हैं. इसी कड़ी में हिंदी दिवस के इस खास अवसर पर लोग सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इसका जश्न मना रहे हैं. यह भी पढ़ें: Hindi Diwas 2024 Messages: हैप्पी हिंदी दिवस! दोस्तों-रिश्तेदारों संग शेयर करें ये Shayaris, GIF Greetings, WhatsApp Wishes और Photo SMS
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
हिंदी को बढ़ावा देना हम सब का काम है
एक डोर में सबको जो बांधती है वह हिंदी है
गर्व है हमें हिंदी भाषा पर
हिंदी ही सभ्यता, हिंदी ही संस्कृति है
हिंदी भाषा नहीं भावों की अभिव्यक्ति है
गौरतलब है कि 26 जनवरी सन 1950 को भारतीय संविधान (Indian Constitution) लागू होने के साथ-साथ राजभाषा नीति को भी लागू किया गया था. संविधान के अनुच्छेद 343 (1) के तहत यह साफ किया गया है कि भारत की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी है. ज्ञात हो कि हिंदी भाषा को 14 सितंबर सन 1946 को संविधान द्वारा आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला था, जिसके बाद साल 1953 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) ने संसद भवन में 14 सितंबर को आधिकारिक तौर पर हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की थी, जिसे राष्ट्रीय हिंदी दिवस भी कहा जाता है.