Happy Maha Navami 2020 Messages in Hindi: मां आदिशक्ति जगदंबा की उपासना के पर्व नवरात्रि (Navratri) में दुर्गाष्टमी (Durga Ashtami) और महानवमी (Maha Navami) पूजन का बहुत महत्व है. माना जाता है कि जो भक्त अष्टमी और नवमी को एकाग्रचित्त होकर मां भगवती की उपासना करते हैं, उन्हें देवी की कृपा प्राप्त होती है. नवरात्रि के दौरान जो लोग पूरे नौ दिन का व्रत रखते हैं वो महानवमी के दिन हवन कर कन्यापूजन (Kanya Pujan) करते हैं उनके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं. एक ओर जहां देशभर में शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) के दौरान भक्त मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा कर रहे हैं तो वहीं पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम और त्रिपुरा में दुर्गा पूजा (Durga Puja) की धूम मची है. मान्यता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा की आराधना व्यक्ति से व्यक्ति धन, ऐश्वर्य, पत्नी, पुत्र, पौत्र और आरोग्य से युक्त जीवन का सुख भोगता है और मृत्यु के पश्चात मोक्ष को प्राप्त करता है.
नवरात्रि में मां दुर्गा की आराधना को भक्तों के लिए परम कल्याणकारी माना जाता है. आज महानवमी का पावन अवसर है यानी शारदीय नवरात्रि का अंतिम दिन, इसलिए इस दिन अपनों को बधाई देना न भूलें. महावनमी के शुभ अवसर पर प्रियजनों को मां दुर्गा के भक्तिमय मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ विशेज, एचडी इमेज, कोट्स, एसएमएस के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- मां भरती झोली खाली,
मां अम्बे वैष्णो वाली,
मां संकट हरने वाली,
मां विपदा मिटाने वाली.
महानवमी की शुभकामनाएं
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2- शेरों वाली मैया के दरबार में,
दुःख-दर्द मिटाए जाते हैं,
जो भी दर पर आते है,
शरण में लिए जाते हैं.
महानवमी की शुभकामनाएं
3- इस दुर्गा नवमी पर मां दुर्गा,
आपको शांति, संपत्ति और शक्ति दें.
अच्छी सेहत और सुख-समृद्धि दें,
मां दुर्गा की कृपा से आपकी हर मुराद पूरी हो.
महानवमी की शुभकामनाएं
4- दुर्गा नवमी का दिन है आज,
बड़ा पावन दिन है आज,
आओ करें मां दुर्गा का पूजन,
उनकी कृपा हो तो धन्य हो जाए जीवन.
महानवमी की शुभकामनाएं
5- मां दुर्गा की असीम कृपा से आप सबका,
जीवन सदा हंसता-मुस्कुराता रहे,
इसीलिए प्रेम से बोलो जय माता दी.
महानवमी की शुभकामनाएं
गौरतलब है कि भक्त नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान देवी दुर्गा को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए व्रत रखते हैं. नवमी वाले दिन हवन और कन्या पूजन के साथ नवरात्रि का समापन हो जाता है, जिसके बाद नवरात्रि के व्रत का पारण किया जाता है. इस दिन व्रती नौ कन्याओं को देवी रूप मानकर उनकी पूजा करते हैं और भोजन कराकर उपहार देते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से मां भगवती की कृपा से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है.