Govatsa Dwadashi 2020 Rangoli Designs: गाय और बछड़े वाली रंगोली बनाकर मनाएं गोवत्स द्वादशी का त्योहार, देखें लेटेस्ट व आकर्षक डिजाइन्स

गोवत्स द्वादशी के दिन गाय और बछड़ों का पूजन व उनकी सेवा की जाती है. कहा जाता है कि गौ माता में सभी देवी-देवताओं, पितरों और तीर्थों का वास है, इसलिए गौ माता की सेवा करने से सभी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस दिन लोग अपने घर और आंगन में सुंदर रंगोली बनाते हैं, क्योंकि किसी भी शुभ अवसर पर रंगोली बनाना शुभता का प्रतीक होता है.

गोवत्स द्वादशी 2020 रंगोली डिजाइन (Photo Credits: Video Screengrab/ YouTube)

Govatsa Dwadashi 2020 Rangoli Designs: भारत त्योहारों का देश है और लगभग हर किसी ने दिवाली उत्सव (Diwali Festival) को मनाने की तैयारी पूरी कर ली है, लेकिन इससे पहले 12 नवंबर 2020 (गुरुवार) को गोवत्स द्वादशी (Govatsa Dwadashi) का त्योहार मनाया जाएगा, जिसे वसु बारस (Vasu Baras) और बछ बारस (Bach Baras) के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, साल की पहली गोवत्स द्वादशी भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि को और दूसरी कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाई जाती है. गोवत्स द्वादशी के दिन गाय और बछड़ों की सेवा की जाती है. कहा जाता है कि गौ माता में सभी देवी-देवताओं, पितरों और तीर्थों का वास है, इसलिए गौ माता की सेवा करने से सभी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस दिन लोग अपने घर और आंगन में सुंदर रंगोली बनाते हैं, क्योंकि किसी भी शुभ अवसर पर रंगोली बनाना शुभता का प्रतीक होता है.

गोवत्स द्वादशी के शुभ अवसर पर आप अपने घर-आंगन को मनमोहक रंगोली के डिजाइन से सजा सकें, इसलिए हम लेकर आए हैं गाय और बछड़े के चित्र वाली आकर्षक रंगोली डिजाइन्स, जिन्हें आप ट्राई कर सकते हैं. आप इन वीडियोज की मदद से अपने पसंदीदा डिजाइन को ट्राई कर सकते हैं. यह भी पढ़ें: Vasu Baras 2020 Greetings: वसु बारस के शुभ अवसर पर इन हिंदी Quotes, WhatsApp Stickers, Facebook Messages, GIF Images, SMS, Wallpapers के जरिए दें सभी को हार्दिक बधाई

गोवत्स द्वादशी रंगोली पैटर्न

वसु वारस स्पेशल रंगोली डिजाइन

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बछ बारस मनमोहक रंगोली डिजाइन

गौरतलब है कि गोवत्स द्वादशी के दिन महिलाएं अपने बच्चों की दीर्घायु व परिवार की खुशहाली के लिए व्रत रखती हैं. इस दिन गाय और बछड़े का पूजन किया जाता है. वसु बारस के दिन गाय के दूध या उससे बनी चीजों का उपयोग नहीं किया जाता है. कहा जाता है कि इस दिन गाय माता को रोटी और हरा चारा खिलाने से पूरे परिवार पर लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और गौ सेवा करने से भगवान विष्णु भी अत्यंत प्रसन्न होते हैं.

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