Good Governance Day 2019: भारत में सुशासन दिवस (Good Governance Day) हमारे पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की जयंती के उपलक्ष्य में 25 दिसंबर को मनाया जाता है. उन्हें राष्ट्र के लिए नेतृत्व, सेवा, सही निर्णय और एक जबरदस्त राजनीतिक माइंडसेट के लिए जाता है. श्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में 25 दिसंबर को 'सुशासन दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की. ये राष्ट्र की सभी नीतियों और निर्णयों को मनाने का दिन है. भारत सरकार द्वारा घोषित सुशासन दिवस पर पूरे दिन काम किया जाता है. इस साल सुशासन दिवस बुधवार 25 दिसम्बर 2019 को मनाया जाएगा.
भारत में सुशासन दिवस हर साल अलग अलग तरीके और थीम पर मनाया जाता है. इस दिन, केंद्र और राज्य सरकार दोनों कई कार्यक्रमों का आयोजन करती है. कभी गरीबो में मुफ्त गैस कनेक्शन का वितरण करना तो कभी सरकारी नीतियों के लाभों का दावा करने के लिए कई स्थानों पर शिक्षा शिविर आयोजित किए जाते हैं. इस बार अटल बिहारी वाजपेयी की जयन्ती यानी सुशासन दिवस पर गरीबों के लिए स्वास्थ्य मेला लगाया जाएगा. यह भी पढ़ें: लखनऊ: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जयंती पर गरीबों के लिए स्वास्थ्य मेला का किया जाएगा आयोजन
सुशासन दिवस का इतिहास:
अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर सुशासन दिवस की पहली घोषणा भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा की गई थी. सुशासन दिवस की घोषणा "ई-गवर्नेंस के माध्यम से सुशासन” के आधार पर की गई है. ये एक कार्यक्रम है जो सभी सरकारी अधिकारियों को बैठक और संचार के लिए आमंत्रित कर बाद में मुख्य समारोह में शामिल होकर मनाया जाता है. श्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में अटल बिहारी वाजपेयी के 90वें जन्मदिन के दिन 'सुशासन दिवस' मनाने की घोषणा की थी.
सुशासन दिवस मनाने का उद्देश्य:
- इस दिन को जिम्मेदार और पारदर्शी यानी भ्रष्टाचार मुक्त शासन स्थापित करने के लिए मनाया जाता है.
- सुशासन दिवस को मनाने का मकसद प्रभावी नीतियों और अच्छे प्रशासन के माध्यम से आम लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देना है.
- लोगों के कल्याण और बेहतरी को बढ़ाने के लिए सुशासन दिवस मनाया जाता है.
- यह सरकारी कामकाज को मानकीकृत करने और इसे देश के नागरिकों के लिए एक अत्यधिक प्रभावी और जवाबदेह शासन बनाने के लिए मनाया जाता है.
- इस दिन का मकसद भारत में सुशासन के एक मिशन को पूरा करने के लिए अच्छी और प्रभावी नीतियों को लागू करना है.
- सुशासन दिवस के माध्यम से देश में विकास को बढ़ाना है.
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म कृष्णा देवी और कृष्ण बिहारी वाजपेयी के घर 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था. 16 अगस्त 2018 को लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया. उनकी मृत्यु के बाद उनके जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है.