Dhammachakra Pravartan Din 2022 Messages & Photos: धम्मचक्र प्रवर्तन दिन की इन WhatsApp Stickers, GIF Greetings, HD Images के जरिए दें शुभकामनाएं
धम्मचक्र प्रवर्तन दिन को भारतीय इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक माना जाता है. यह दिन उन लोगों के लिए बेहद खास है, जिन्होंने बौद्ध धर्म को अपनाया है. इस दिन इस धर्म के लोग एक-दूसरे को शुभकामना संदेश भेजकर बधाई देते हैं. ऐसे में आप भी इन मैसेजेस, फोटोज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस को भेजकर अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Dhammachakra Pravartan Din 2022 Messages & Photos: हर साल 14 अक्टूबर को धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस (Dhammachakra Pravartan Day) मनाया जाता है, बौद्ध धर्म के लोगों के लिए यह दिन बेहद खास है, जिसे जाति उत्पीड़न से मुक्ति के प्रतीक के तौर पर भी जाना जाता है. धम्मचक्र प्रवर्तन दिन बौद्ध और नव-बौद्ध (Neo-Buddhist) धर्म के अनुयायिकों के लिए बेहद खास दिन होता है. बताया जाता है कि भारतीय संविधान के रचयिता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर (Dr. Babasaheb Ambedkar) ने अपने 600,000 अनुयायियों के साथ महाराष्ट्र के नागपुर (Nagpur) स्थित दीक्षाभूमि (Deekshabhoomi) पर 14 अक्टूबर 1956 को बौद्ध धर्म अपनाया था. यह वही ऐतिहासिक दिन है जब देश में जाति व्यवस्था के अंतर्गत हो रहे निरंतर उत्पीड़न और भेदभाव का मुकाबला करने के लिए डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने बौद्ध धर्म को अपनाया था.
धम्मचक्र प्रवर्तन दिन को भारतीय इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक माना जाता है. यह दिन उन लोगों के लिए बेहद खास है, जिन्होंने बौद्ध धर्म को अपनाया है. इस दिन इस धर्म के लोग एक-दूसरे को शुभकामना संदेश भेजकर बधाई देते हैं. ऐसे में आप भी इन मैसेजेस, फोटोज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस को भेजकर अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- धम्मचक्र प्रवर्तन दिन 2022
2- धम्मचक्र प्रवर्तन दिन 2022
3- धम्मचक्र प्रवर्तन दिन 2022
4- धम्मचक्र प्रवर्तन दिन 2022
5- धम्मचक्र प्रवर्तन दिन 2022
आपको बता दें कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने नागपुर में जिस स्थान पर बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी, उसे दीक्षाभूमि के नाम से जाना जाता है. यही वजह है कि धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर दुनिया भर के लाखों बौद्ध अनुयायी दीक्षाभूमि पहुंचते हैं और इस दिवस को धूमधाम से मनाते हैं.