Children's Day 2024 Wishes: बाल दिवस के इन शरारत भरे हिंदी WhatsApp Messages, Quotes, Facebook Greetings को शेयर कर दें शुभकामनाएं
बाल दिवस पर देशभर के स्कूल, कॉलेजों और बच्चों से संबंधित अन्य संस्थानों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है. बाल दिवस बचपन की मासूमियत और खुशी का जश्न मनाने का एक तरीका भी है, इसलिए इस दिन शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी किया जाता है. ऐसे में आप भी इन शरारत भरे हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स को शेयर करके बाल दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Children's Day 2024 Wishes in Hindi: हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस यानी चिल्ड्रेन्स डे (Children's Day) को त्योहार की तरह बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. यह न सिर्फ बचपन की भावनाओं का जश्न मनाने का दिन है, बल्कि आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) को याद करने का भी दिन है. दरअसल, 14 नवंबर को पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की जयंती (Pandit Jawaharlal Nehru Jayanti) मनाई जाती है, जिसे हर साल बाल दिवस के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है. बच्चे उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे और उन्हें भी बच्चों से बेहद प्यार था. पंडित जवाहरलाल नेहरू एक राजनेता से कहीं अधिक थे, वो एक दुरदर्शी व्यक्ति थे, जो युवाओं के दिमागी विकास में विश्वास रखते थे. बच्चों के प्रति उनका समर्पण बहुत अधिक था, इसलिए उनके जन्मदिन को बाल दिवस को रूप में मनाया जाता है.
बाल दिवस पर देशभर के स्कूल, कॉलेजों और बच्चों से संबंधित अन्य संस्थानों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है. बाल दिवस बचपन की मासूमियत और खुशी का जश्न मनाने का एक तरीका भी है, इसलिए इस दिन शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी किया जाता है. ऐसे में आप भी इन शरारत भरे हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स को शेयर करके बाल दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था, जिसे बाल दिवस के तौर पर देभभर में मनाया जाता है. पहली बार बाल दिवस को 5 नवंबर 1948 को 'पुष्प दिवस' के तौर पर मनाया गया था. इसके बाद साल 1954 में पहली बार बाल दिवस को नेहरू जी के जन्मदिन पर मनाया गया, लेकिन नेहरू के जन्मदिन पर बाल दिवस मनाने के विचार को 27 मई 1964 को उनकी मृत्यु के बाद गति मिली. उनकी विरासत और बच्चों के अधिकारों व शिक्षा के लिए उनकी वकालत का सम्मान करने के उद्देश्य से उनके जन्मदिन पर पूरे देश में बाल दिवस मनाने का फैसला किया गया और पहला बाल दिवस 14 नवंबर 1964 को मनाया गया, तब से यह सिलसिला बरकरार है.