Chandra Grahan 2020: इस तारीख को लग रहा है साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानें ग्रहण काल का समय और इस दौरान बरती जाने वाली सावधानियां
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

Lunar Eclipse/Chandra Grahan 2020: साल 2020 में कुल 6 ग्रहण लगने वाले हैं, जिसमें साल का पहला चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) 10 जनवरी 2020 को लगने जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, साल का पहला चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) चार घंटे पांच मिनट का होगा. हालांकि साल के पहले फूल वूल्फ मून का नजारा दुनिया के कई देश नहीं देख पाएंगे, जबकि साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत के अलावा यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा. भारत में यह चंद्र ग्रहण दिखाई देगा, इसलिए इसके सूतक काल और नियमों का पालन करना आवश्यक होगा.

भले ही वैज्ञानिक नजरिए से चंद्र ग्रहण को एक खगोलिय घटना के तौर पर देखा जाता है, लेकिन ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार इसका व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह का प्रभाव पड़ता है. चलिए जानते हैं साल के पहले चंद्र ग्रहण की अवधि और इस दौरान बरती जाने वाली सावधानियां.

चंद्र ग्रहण की तिथि- 10 जनवरी 2020

ग्रहण प्रारंभ- 10 जनवरी 2020 को रात 10.39 बजे से,

ग्रहण समाप्ति- 11 जनवरी 2020 की मध्यरात्रि 2.20 बजे तक,

कुल अवधि- करीब 4 घंटे.

कहां दिखेगा- भारत, यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया.

क्या कहता है विज्ञान?

विज्ञान के अनुसार चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है, जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है तो चंद्रमा पृथ्वी की छाया में छिप जाता है, जिसके कारण चंद्रमा पर सूर्य की रोशनी नहीं पड़ पाती है. इस घटना को चंद्र ग्रहण कहा जाता है. इस तरह जब भी चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है तब सूर्य ग्रहण लगता है. आमतौर पर चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन और सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन लगता है. यह भी पढ़ें: Solar/Lunar Eclipse in Year 2020: साल 2020 में लगेंगे कुल 6 ग्रहण, जानें चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण की तिथियां

बरतें ये सावधानियां-

  • ग्रहण काल में नाखून काटना, बाल काटना और मूर्ति स्पर्श करना वर्जित है.
  • कुंवारों को ग्रहण का चांद नहीं देखना चाहिए, इससे शादी में बाधा आती है.
  • सूतक काल में भोजन नहीं करना चाहिए.
  • ग्रहण काल में फल-सब्जियां नहीं काटनी चाहिए.
  • इस दौरान कैंची, चाकू या धारदार चीजों का इस्तेमाल न करें.
  • ग्रहण काल में सोना नहीं चाहिए और सिलाई का काम करने से बचना चाहिए.
  • गर्भवती महिलाओं के ग्रहण काल के दौरान घर में ही रहना चाहिए.
  • ग्रहण काल के दौरान पूजा-पाठ जैसे शुभ कार्य नहीं करने चाहिए.

गौरतलब है कि ग्रहण शुरु होने से 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है. भारतीय समय के अनुसार 10 जनवरी की सुबह 10 बजे से ग्रहण का सूतक आरंभ हो जाएगा. इस बार गुरु पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण एक साथ होने की वजह से गुरु पूजा भी सूतक लगने से पहले कर ली जाएगी. ग्रहण वाले दिन सूतक लगने से पहले ही गुरु पूर्णिमा की पूजा संपन्न कर सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे.