Bisu Parba 2021 Wishes & Greetings: तुलु नव वर्ष पर अपनों संग इन WhatsApp DP, Quotes, Messages, Wallpapers को शेयर कर दें शुभकामनाएं

बिसु पर्ब के इस खास अवसर पर तुलु समुदाय के लोग एक-दूसरे को शुभकामना संदेश भेजकर तुलु नव वर्ष की बधाई देते हैं. ऐसे में अगर आप कोरोना के प्रकोप के चलते अपने प्रियजनों से मिल नहीं पा रहे हैं तो आप बिसु पर्ब के इन शानदार विशेज, ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप डीपी, कोट्स, मैसेजेस, वॉलपेपर्स को अपनों संग शेयर करके तुलु नव वर्ष की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

बिसु पर्ब 2021 (Photo Credits: File Image)

Bisu Parba 2021 Wishes & Greetings: भारत के दक्षिणी-पश्चिमी तट पर रहने वाले तुलु समुदाय (Tulu Community) के लोगों के लिए बिसु पर्ब (Bisu Parba) का उत्सव बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. जो लोग बिसु पर्ब के बारे में नहीं जानते हैं, उन्हें बता दें कि यह तुलुवास (Tuluvas) द्वारा मनाया जाने वाला एक फसल उत्सव है, जिसे तुलु समुदाय के लोग नव वर्ष (New Year) के तौर पर मनाते हैं. बिसु पर्ब पग्गू (Puggu) के पहले दिन पड़ता है, जो तुलु कैलेंडर (Tulu Calendar) का पहला महीना है और यह उनके पारंपरिक नव वर्ष को भी दर्शाता है. आज (15 अप्रैल 2021) बिसु पर्ब मनाया जा रहा है. हालांकि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप को देखते हुए लोग अपने-अपने घरों में रहकर सादगी से इस पर्व को मना रहे हैं.

बिसु पर्ब के इस खास अवसर पर तुलु समुदाय के लोग एक-दूसरे को शुभकामना संदेश भेजकर तुलु नव वर्ष की बधाई देते हैं. ऐसे में अगर आप कोरोना के प्रकोप के चलते अपने प्रियजनों से मिल नहीं पा रहे हैं तो आप बिसु पर्ब के इन शानदार विशेज, ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप डीपी, कोट्स, मैसेजेस, वॉलपेपर्स को अपनों संग शेयर करके तुलु नव वर्ष की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- बिसु पर्ब 2021

बिसु पर्ब 2021 (Photo Credits: File Image)

2- बिसु पर्ब 2021

बिसु पर्ब 2021 (Photo Credits: File Image)

3- बिसु पर्ब 2021

बिसु पर्ब 2021 (Photo Credits: File Image)

4- बिसु पर्ब 2021

बिसु पर्ब 2021 (Photo Credits: File Image)

बिसु पर्ब के अवसर पर तुलुनाडु क्षेत्र के लोग प्रकृति की पूजा करते हैं. इस दिन को किसी नए कार्य की शुरुआत के लिए बेहद शुभ माना जाता है. इतना ही नहीं इस पर्व को धन और समृद्धि के आगमन का प्रतीक भी माना जाता है. इस दिन दावत, सामाजिक समारोह के साथ कई अनुष्ठानों का पालन किया जाता है. लोग अपने रीति-रिवाज के अनुसार, इस त्योहार को मनाते हैं.

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