Bakri Eid Mehndi Designs: बकरीद के जश्न को मेहंदी के सुर्ख लाल रंग से बनाएं खास, हाथों पर रचाएं ये खूबसूरत डिजाइन्स
बकरीद मेहंदी डिजाइन्स (Photo Credits: Instagram)

Bakri Eid 2025 Mehndi Designs: बकरीद (Bakrid) दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा मनाया जानेवाला एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे बलिदान का त्योहार भी कहा जाता है. इस पर्व को पैगंबर इब्राहिम द्वारा अपने बेटे की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है और यह पवित्र शहर मक्का की हज यात्रा के अंत का भी प्रतीक है. बकरीद को ईद-उल-अजहा (Eid-ul-Adha) भी कहा जाता है, जिसे इस्लामी चंद्र कैलेंडर के बारहवें महीने धू अल-हिज्जा के दसवें दिन मनाया जाता है. इस साल बकरीद का त्योहार 6 जून 2025 को मनाए जाने की संभावना है, लेकिन इसकी सही तिथि चांद के दीदार पर निर्भर करती है. इस दिन लोग बकरे या भेड़ की कुर्बानी देते हैं और उसके मांस को तीन भागों में विभाजित किया जाता है. इसका एक हिस्सा परिवार के लिए, दूसरा हिस्सा दोस्तों-रिश्तेदारों के लिए और तीसरा हिस्सा गरीबों के लिए निकाला जाता है.

बकरीद के जश्न को मनाने के लिए लोग मस्जिदों में नमाज अदा करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं और घरों में पारंपरिक व लजीज पकवान बनाए जाते हैं. इस दिन को खास बनाने के लिए महिलाएं अपने हाथों में मेहंदी रचाती हैं और इसके लिए वो कई दिन पहले मेहंदी के डिजाइन्स की तलाश में जुट जाती हैं. ऐसे में हम आपके लिए लेकर आए हैं बकरीद स्पेशल मेहंदी डिजाइन्स (Bakrid Special Mehndi Designs), जिन्हें आप अपने हाथों पर रचाकर उसकी सुंदरता में चार चांद लगा सकती हैं. यह भी पढ़ें: Bakri Eid Mehndi Design 2025: बकरीद पर लगाएं ये लेटेस्ट मेहंदी पैटर्न लगाकर अपने ईद में लगाएं चार चंद, देखें वीडियो

बकरीद स्पेशल बैक हैंड मेहंदी

बकरीद स्पेशल फ्रंट हैंड मेहंदी

ईद के लिए खास मेहंदी डिजाइन

बकरीद के लिए ईजी डॉट वाली मेहंदी

ईद-उल-अजहा स्पेशल मेहंदी डिजाइन

बकरीद ट्रेडिशनल मेहंदी डिजाइन

बकरीद मेहंदी डिजाइन्स (Photo Credits: Instagram)

ईद-उल-अजहा के लिए खूबसूरत मेहंदी

बकरीद मेहंदी डिजाइन्स (Photo Credits: Instagram)

ईद-उल-अजहा यानी बकरीद से जुड़ी प्रचलित कथा के अनुसार, अल्लाह ने इब्राहिम के सपने में आकर उनसे उनके बेटे की कुर्बानी देकर ईमान की परीक्षा देने का आदेश दिया था. अल्लाह के आदेश का पालन करते हुए इब्राहिम ने अपने बेटे की कुर्बानी देने का फैसला किया और कुर्बानी के दौरान उन्होंने अपनी आंख पर पट्टी बांध ली. जब वो अपने बेटे की कुर्बानी देने वाले थे, तभी अल्लाह ने उसे एक बकरे में तब्दील कर दिया. यह पर्व लोगों को त्याग, दान और करुणा का संदेश देता है. इसके साथ ही यह पर्व लोगों में क्षमाशीलता और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए भी प्रोत्साहित करता है.