लगातार दो दिन इरेक्शन पड़ा शख्स को भारी, करानी पड़ी सर्जरी, हुई ये बड़ी बीमारी

दो दिनों तक इरेक्शन होने के कारण एक 52 वर्षीय व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट में गैंग्रीन विकसित हो गया, जिसके चलते उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. गैंग्रीन के कारण इसके प्राइवेट पार्ट के सिरे में सड़न पैदा हो गई और सर्जरी के जरिए उसके प्रभावित हिस्से को अलग करना पड़ा.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

बीएमजे केस रिपोर्ट्स (BMJ Case Reports) में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, लगातार दो दिनों तक इरेक्शन होने के कारण एक 52 वर्षीय व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट में गैंग्रीन (Gangrene) विकसित हो गया, जिसके चलते उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. गैंग्रीन के कारण उसके प्राइवेट पार्ट (पेनिस) (Penis) के सिरे में सड़न पैदा हो गई और सर्जरी के जरिए प्रभावित हिस्से को अलग करना पड़ा.  बता दें कि पीड़ित को उपचार के लिए लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय में भर्ती कराया गया. इस स्थिति में पीड़ित व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट में रक्त के प्रवाह को मोड़ने के लिए डॉक्टर ने उसके पेनिस में मूत्र कैथेटर (urinary catheter) के साथ शंट (Shunt) नामक एक डिवाइस फिट किया.

हालांकि ऑपरेशन के एक दिन बाद पीड़ित व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट का सिरा (glans) सामान्य हो गया था, लेकिन गैंग्रीन के कारण उस हिस्से में काला रंग वापस आने लगा था. इस मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर साकिब मेहदी की मानें तो उन्होंने पीड़ित व्यक्ति के मूत्रमार्ग कैथेटर को हटा दिया, बावजूद इसके पीड़ित के प्राइवेट पार्ट का सिरा फिर से गहरे काले रंग का हो गया. इसके बाद डॉक्टर को लिंग के प्रभावित हिस्से को सर्जरी की मदद से अलग करना पड़ा.

क्या है गैंग्रीन?

जब शरीर के किसी हिस्से में मौजूद ऊतक मरने लगते हैं तो उस स्थिति को गैंग्रीन कहा जाता है. हालांकि ऐसा तब होता है जब शरीर के ऊतकों तक पर्याप्त मात्रा में रक्त का संचार नहीं हो पाता है. गैंग्रीन पैर, हाथ और प्राइवेट पार्ट में विकसित हो सकता है. इससे प्रभावित हिस्से का रंग गहरे काले रंग में बदलने लगता है. इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को प्रभावित हिस्से में दर्द, कुछ समय बाद अंग को महसूस करने में दिक्कत और उसमें मौजूद धमनियों में कंपन न होने जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

ग्रैंग्रीन से पीड़ित व्यक्ति के इलाज के दौरान नष्ट हुए ऊतकों को निकालने के लिए डॉक्टर सर्जरी कर सकते हैं. हालांकि इसके लिए एक से अधिक बार भी सर्जरी करानी पड़ सकती है. यह भी पढ़ें: वियाग्रा से बनी एनर्जी ड्रिंक पीने के बाद शख्स की बिगड़ी हालत, लगातार 6 घंटे तक होता रहा इरेक्शन! बैन हुई ड्रिंक

क्या है प्रियपिज्म?

प्रियपिज्म एक प्रकार की यौन समस्‍या है जो लगभग चार घंटे तक रहती है. इसकी वजह से पीड़ित व्यक्ति को लगातार दर्द होता है और व्यक्ति के मन में यौन इच्छा या यौन उत्तेजना बिल्कुल भी नहीं होती है. दरअसल, प्रियपिज्म की समस्या होने पर पुरुषों के पेनिस में रक्त फंस जाता है और वह निकल नहीं पाता है. यह एक ऐसी समस्या है जो किसी स्वस्थ व्यक्ति को भी हो सकती है.

हालांकि इसका ज्यादा खतरा सिकल सेल रोग से ग्रसित पुरुषों, अवैध ड्रग्स, दवाइयों या वियाग्रा का सेवन करने वाले लोगों को होता है. अगर इस समस्‍या का सही समय पर इलाज नहीं कराया गया तो स्थाई इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का कारण भी बन सकता है.

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